जानिए कौन हैं नाथन एंडरसन, हिंडनबर्ग के हमलों के पीछे चलता है इनका दिमाग
- Posted By: Tejyug News LIVE
- विदेश
- Updated: 11 August, 2024 10:39
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जानिए कौन हैं नाथन एंडरसन, हिंडनबर्ग के हमलों के पीछे चलता है इनका दिमाग
Hindenburg Research: हिंडनबर्ग रिसर्च के फाउंडर नाथन एंडरसन ने साल 2023 में अडानी ग्रुप की जड़ें हिला दी थीं. अब उन्होंने सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर हमला किया है.
हिंडनबर्ग रिसर्च ने आखिरकार शनिवार रात एक बार फिर से भारत पर ही हमला किया है. मगर, इस बार उनके निशाने पर कोई कारोबारी समूह नहीं बल्कि भारत की शेयर मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) और उनके पति धवल बुच (Dhawal Buch) रहे हैं. हिंडनबर्ग का आरोप है कि अडानी ग्रुप जिन कंपनियों के जरिए पैसे का हेरफेर कर रहा था उनमें धवल बुच हिस्सेदार हैं. हिंडनबर्ग रिसर्च के फाउंडर नाथन एंडरसन (Nathan Anderson) ने शनिवार सुबह ही एक ट्वीट के जरिए इस हमले का ऐलान कर दिया था. हिंडनबर्ग की रिपोर्टों को तैयार करने में उन्हीं के तेजतर्रार दिमाग का हाथ होता है.
कॉरपोरेट फ्रॉड का खुलासा करने में हासिल है महारत
हिंडनबर्ग रिसर्च का दावा है कि वह न्यूयॉर्क स्थित एक फॉरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म है. कंपनी दावा करती है कि उसे कॉरपोरेट फ्रॉड और कारोबार के गलत तौर-तरीके इस्तेमाल करने वाले कंपनियों के खुलासे करने में महारत हासिल है. नाथन एंडरसन ने कंपनी की स्थापना साल 2017 में की थी. यह पब्लिक ट्रेडेड कंपनियों के स्टॉक के बारे में डिटेल रिपोर्ट देकर चर्चाओं में आई थी. हिंडनबर्ग कंपनियों में अकाउंटिंग गड़बड़ियों, मैनेजमेंट में मौजूद खराब लोगों, अवैध ट्रांजेक्शन और कारोबार के बारे में खुलासे करती रहती है.
हिंडनबर्ग त्रासदी से लिया गया था कंपनी का नाम
इस कंपनी का नाम साल 1937 की हिंडनबर्ग त्रासदी (Hindenburg Disaster) के नाम पर रखा गया था. नाथन एंडरसन का मानना था कि उनका मिशन निवेशकों को वित्तीय त्रासदी से बचाने का है ताकि छोटे निवेशकों को कंपनियों के गलत तरीकों से नुकसान न पहुंचे. भारत में अडानी ग्रुप (Adani Group) के अलावा सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) को निशाना बनाने के अलावा नाथन एंडरसन ने ईवी स्टार्टअप निकोला कॉर्पोरेशन (Nikola Corporation) पर भी सितंबर, 2020 में हमला किया था. इसके बाद निकोला कॉर्पोरेशन के शेयर तेजी से नीचे गए थे और उसे कई जांच का सामना करना पड़ा था.
कई कंपनियों ने नाथन एंडरसन और हिंडनबर्ग के खिलाफ लिया लीगल एक्शन
नाथन एंडरसन के काम की प्रशंसा और निंदा होती रहती है. निवेशक उनकी तारीफ के पुल बांधते रहते हैं तो कई कॉरपोरेट का आरोप है कि वह शॉर्ट सेलिंग के रास्ते से कमाई करते हैं. उन पर मार्केट में हेरफेर के आरोप भी लगे हैं. कई कंपनियों ने नाथन एंडरसन और हिंडनबर्ग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की है. हालांकि, इन आरोपों के बावजूद हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने कई तरह की जांच शुरू करवाने में मदद की है.
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