रोशनी पांडेय ने जगदीश शुक्ल को किया चैलेंज!

रोशनी पांडेय ने जगदीश शुक्ल को किया चैलेंज!

रोशनी पांडेय ने जगदीश शुक्ल को किया चैलेंज!

-विधालय प्रबंधक डीआईओएस के आदेश/निर्देश का मोहताज नहीं, शिक्षा प्रसार समिति की मंत्री/प्रबंधक रोशनी पांडेय ने कहा कि प्रबंधकीय विधालय में प्रबंधक ही सर्वोच्च हैं, बैठक बुलाने जाने, योजना तैयार करने का अधिकार सिर्फ प्रबंधक में निहीत

-डीआईओएस के आदेश और निर्देश को धत्ता बताकर किसान इंटर कालेज भानपुर की प्रबंधक ने साधारण सभा की बैठक पूर्व निर्धारित तिथि यानि 17 अगस्त 25 को संपन्न कराया

-बैठक में जैसा चाहा वैसे चर्चा करवा दिया, एक साजिश के तहत कुछ पुराने सदस्यों को हटाकर नए सदस्यों को शामिल करने और पुराने अध्यक्ष को हटाकर उनके स्थान पर नए अध्यक्ष बनाए जाने पर चर्चा हुई

-बकौल रोशनी पांडेय समय-समय पर बाइलाज को बदलने, प्रबंधकीय विधालय में प्रशासनिक, अधिकारियों का आदेश मानना प्रबंधक पर निर्भर करता, न किसी डीआईओएस के आदेश/निर्देश पर

-बैठक में जैसा चाहा वैसे चर्चा करवा दिया, एक साजिश के तहत कुछ पुराने सदस्यों को हटाकर नए सदस्यों को शामिल करने और पुराने अध्यक्ष को हटाकर उनके स्थान पर नए अध्यक्ष बनाए जाने पर चर्चा हुई  

-विजय प्रताप सिंह अध्यक्ष किसान शिक्षा प्रसार समिति भानपुर के षिकायत पर डीआईओएस ने प्रबंधक रोशनी पांडेय को लिखा था कि अगर नियम से बैठक नहीं बुलाई तो बैठक को शुन्य माना जाएगा

-सारी लड़ाई विधालय के करोड़ों की संपत्ति पर कब्जा करने और उसका दुरुपयोग करने के लिए हो रही

बस्ती। किसान इंटर कालेज भानपुर की प्रबंधक/शिक्षा प्रसार समिति की मंत्री रोशनी पांडेय जिले की पहली ऐसी महिला प्रबंधक होगी जिन्होंने डीआईओएस के आदेश/निर्देश को चैलेंज करते हुए कहा कि डीआईओएस कौन होते हैं? विधालय के प्रबंधकीय व्यवस्था में दखल देने वाले? कहा कि विधालय की प्रबंधक, डीआईओएस के आदेषशों/निर्देशों के मानने के लिए बाध्य नहीं है। विधालय की प्रबंधकीय व्यवस्था किसी डीआईओएस की मोहताज नहीं है। कहा कि प्रबंधकीय विधालय में प्रबंधक ही सर्वोच्च हैं, बैठक बुलाने जाने, योजना तैयार करने का अधिकार सिर्फ प्रबंधक में निहीत है। समय-समय पर बाइलाज को बदलने, प्रबंधकीय विधालय में प्रशासनिक, अधिकारियों का आदेश मानना न मानना प्रबंधक पर निर्भर करता, न कि डीआईओएस के आदेश/निर्देश पर। कहने का मतलब डीआईओएस के आदेश और निर्देश को धत्ता बताकर प्रबंधक रोशनी पांडेय ने साधारण सभा की बैठक को पूर्व निर्धारित तिथि यानि 17 अगस्त 25 को संपन्न कराया। डीआईओएस लिखते रहे कि अगर बिना अध्यक्ष की अनुमति/सहमति से बेैठक संपन्न कराया तो बैठक को नियमानुसार जीरो कर दिया जाएगा। इसी की शिकायत विजय प्रताप सिंह अध्यक्ष किसान शिक्षा प्रसार समिति भानपुर ने कमिष्नर और जेडीई को किया था, जिस पर डीआईओएस जगदीश शुक्ल ने के शिकायत पर सहायक रजिस्टार फर्म एवं सोसायटीज गोरखपुर के द्वारा अनुमोदित नियमावली के पैरा आठ का हवाला देते हुए, जिसमें ‘सभापति की आज्ञा से मंत्री ही समिति/परिषद/कमेटी की बैठकों का आयोजन करेगा तथा कार्रवाई की रिपोर्ट तैयार कर उसकी वित्तीय बैठक में अनुमोदन प्राप्त करेगा। स्पष्ट लिखा था कि विधालय के प्रबंधक समिति की बैठक बिना अध्यक्ष की अनुमति से नहीं होगा, और अगर हुआ तो जीरो कर दिया जाएगा। लेकिन रोशनी पांडेय ने एक न मानी और बैठक संपन्न करवा दिया, और डीआईओएस और अध्यक्ष देखते और चिल्लाते रह गए। बैठक करवाकर एक तरह से रोशनी पांडेय ने यह जताने और बताने का काम किया है, कि जो भी उनके गलत/सही कामों में रोड़ा बनेगा, उसे जाना ही होगा। अब यह देखने वाली बात होगी कि ऐसे में डीआईओएस क्या करते है? क्या वह विधालय प्रबंधक समिति को भंग करने की सिफारिश करते हैं, या फिर बैठक को जीरो करते हैं? कहने का मतलब गेंद अब पूरी तरह डीआईआएस के पाले में है। गोल होने देगें या फिर गोल होने से बचाएगें।

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