आखिर लालगंज थाना क्षेत्र में क्यों बढ़ रहा अपराध?

आखिर लालगंज थाना क्षेत्र में क्यों बढ़ रहा अपराध?

आखिर लालगंज थाना क्षेत्र में क्यों बढ़ रहा अपराध?

-इस बढ़ते अपराध का कौन जिम्मेदार, आखिर क्यों नहीं लालगंज थाने की पुलिस बढ़ते अपराधों पर काबू पा रही

बनकटी/बस्ती। लालगंज थाने की पुलिस पर बढ़ते अपराध को काबू न कर पाने का आरोप निरंतर लग रहा है। द्वोत्र के लोगों का कहना है, कि जब से शशांक शेखर राय को थाने की जिम्मेदारी मिली है, तब से अपराध बढ़ रहा है। क्षेत्र की जनता सवाल कर रही हैं, कि आखिर बढ़ते अपराध का जिम्मेदार कौन? एसओ या अपराधी? जिस भी थाना क्षेत्र के लोगों को परेशानियों अपराधियों का सामना करना पड़े और पुलिस कमजोर पड़ जाए तो समझ लीजिए थाने के लोग अपनी जिम्मेदारियों को ठीक से नहीं निभा पा रहे है। वैसे ही जिले की पुलिस पर लापरवाही बरतने और अपराधियों का साथ देने का आरोप लग रहा है। इस मामले में लालगंज थाने की पुलिस को पीड़ितों के प्रति और भी अधिक सवेंदनशील होना पड़ेगा, अगर इस एसओ साहब यह चाहते हैं, कि उनकी बिदाई जनता करे तो उन्हें जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना होगा। वरना थाने से जाने के बाद याद करना तो दूर की बात नाम लेना भी पसंद नहीं करेगे।

सच को परेशान करना, आपराधिक मामलों में गलत का पक्ष लेना, रेप, हत्या, मारपीट, बलात्कार, चोरी, छिनैती जैसे मामलों में न्यायालय का उल्लंघन करना लालगंज पुलिस की पहचान बनती जा रही है। यहां की पुलिस को सब कुछ जानकर अनजान बने रहने की कला में इन्हें महारत प्राप्त है। इनके कार्यकाल में आज तक किसी पीड़ित पक्ष को न्याय न मिलना बल्कि उसे ही परेशान करना या करवाना ऐसे दर्जनों ज्वलंत उदाहरण मौजूद हैं। सिद्धनाथ की घटना किसी से छुपा हुआ नहीं है। अनायास महिनों से सैकड़ो नव-निहालों, बुजुर्गो को मारपीट कर लाचार एवं अपाहिज बना दिया गया है। उत्पीड़न की वजह से महिलाएं जिले पर धरना दे रही है। संभ्रांत जनों के परिवार से महिलाओं को रात में उठाकर थाने पर लाया जाना जिसमें अध्यापिका महिला को सदमा लगने की वजह से लखनऊ में इलाज होना, शाम के समय पुलिस के नाक के सामने वरिष्ठ पत्रकार की दुकान से लैपटॉप की चोरी की घटना जो कैमरे में कैद होने के बावजूद भी अपराधी को न पकड़ना, एक बेवा महिला जिसके आगे- पीछे अब कोई नहीं एक वर्ष के अंदर ही पति एवं पुत्र का निधन हो गया, पति द्वारा कमाए गए गाढ़ी कमाई के केवाईसी करवाने गयी महिला के 32000 रुपए खाते से निकाल लिए जाने के बाद सम्पूर्ण साक्ष्य सहित जानकारी उपलब्ध कराने पर भी महिनों बीतने के बाद कोई कार्यवाही न करना, स्टे आर्डर होने के बाद भी बीट दरोगा चतुर्भुज पाठक द्वारा निर्माण करवाना किसी अपराधी ब्यक्ति द्वारा महिला को दिनदहाड़े अगवा करने के बावजूद  मारा-पीटा जाना, सारी जानकारी के बाद हाथ पर हाथ रख कर बैठे रहना। शिकायत दर्ज करवाने गए पीआरडी जवान को चतुर्भुज पाठक द्वारा लात से मार कर हवालात में बंद कर देना आदि तमाम साक्ष्य सहित उदाहरण है। इसी तरह का एक और मामला सामने आया है जो दो पट्टीदारो के बीच जमीनी रंजिश में मुकदमा चल रहा है। मारपीट के दो दिन के पहले बीट दरोगा चतुर्भुज पाठक द्वारा विवादित जमीन में निर्माण करने का आदेश दिया जाता हैं। दूसरे दिन सुबह निर्माण शुरू होता है। पीआरवी भी पहुंचती है निर्माण को रुकवा कर दोनों पक्ष को थाने पर बुलाती है जिस पर खार खाए एक पक्ष ने दर्जनो बाहरी अज्ञात व्यक्तियों व परिवार द्वारा लाठी डंडा से लैस पीड़ित परिवार के घर चढ़ाई करते हुए मारपीट कर लहू- लुहान कर दिया जाता है। जिसमें पीड़ित परिवार को काफी गंभीर चोटें आती है किसी का सर फट जाता है। किसी का शरीर फैक्चर हो जाता है। लहू-लुहान स्थिति में पीड़ित पक्ष थाने पहुंचता है। जिसका वीडीओ बना कर दिखा रहे नाबालिग बालक को थाने के हवालात में डाल दिया गया। स्टे ऑर्डर होने के बावजूद निर्माण करवा रहे अपराधी व्यक्ति की तरफ से मुकदमा भी पंजीकृत कर दिया गया।

लालगंज थाना क्षेत्र के हरैया गांव में जमीनी रंजिश को लेकर दो पक्षों में मारपीट हो गया जिसमें एक पक्ष को गम्भीर चोटे आई हैं। जानकारी के अनुसार रामदेव व रामजीत के बीच जमीन को लेकर मुकदमा चल रहा है, जिसमें दो वर्ष पूर्व रामजीत पुत्र भगवान दास अपने भवन का निर्माण करवा रहे थे, उस समय भी दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुआ था, जिस पर थाने पर सुलह समझौता हुआ था, कि कोई पक्ष इस जमीन पर कोई निर्माण नहीं करेगा इसी जमीन पर दरोगा चतुर्भुज पाठक के सह पर रामजीत पुत्र रामदास पुत्र बब्लू,डब्लू संदीप, दीपू, अरुण, पुत्र रामजीत और उनकी पतोहू व पत्नी बाहर से आए चार अज्ञात लोगों लोगों के साथ इसी जमीन पर पुनः निर्माण शुरू कर दिया स जिस पर रामदेव ने पीआरबी पर फोन कर पुलिस को बुलवाया और पुलिस कार्य को रूकवाते हुए दोनों पक्ष को थाने पर जाने की बात कही स जिस पर खार खाए दूसरे पक्ष के उपरोक्त लोगों ने रामदेव के घर पर चढ़कर लाठी, डंडा से लैस मारपीट कर लहू लुहान करते हुए कई लोगों को घायल कर दिया स जिसमें भानमती का बाया पैर फैक्चर हो गया जिनका इलाज बस्ती के सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है इलाज चल रहा। दिलीप व रामदेव के सिर व शरीर में गंभीर चोटे आई हैं। वहीं दूसरे पक्ष को भी चोटें आई है। इस मामले में दोनों पक्ष ने थाने पर तहरीर दिया है वही एक पक्ष को दवा करने के लिए भेज दिया गया और  दूसरे पक्ष का गंभीर धाराओं में  मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया।

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