पांच सौ’ का काम, ‘पांच हजार’ में हो ‘रहा’!
- Posted By: Tejyug News LIVE
- राज्य
- Updated: 19 November, 2025 18:47
- 29
‘पांच सौ’ का काम, ‘पांच हजार’ में हो ‘रहा’!
-कौन कहता, कि रामराज है, होता तो गरीब खाए बिना नहीं मरते, बेरोजगारी न होती और न नौजवान सड़क पर घूमते, आखिर नौजवान डकैती नहीं डालेगें और लूटपाट नहीं करेगें तो करेेगें क्या
-सरकार का न विकास और न रोजगार उपलब्ध कराने पर ध्यान, यह हम नहीं बल्कि महादेवा क्षेत्र की गरीब जनता कह रही, सवाल कर रही है, कि क्यों आप ऐसी सरकार का हिस्सा हैं, जो सरकार गरीबों को बुनियादी सुविधा नहीं उपलब्ध करा पा रही
-हम तो गांव-गांव और गली-गली घूमते, भ्रष्टाचार गली और मोहल्लों में घुस चुकी, अधिकारी लूट रहे, गांव का हर एक आदमी परेशान, गरीबी बेरोजगारी है, बाढ़ आता, तो गांव का गांव बह जाता, यही बात हमने सदन में सरकार से कही, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं
-सदन में दो बार हर ब्लॉक में फायर स्टेशन की मांग उठा चुका हूं, कह चुका हूं, फायर स्टेशन के न होने से हर साल करोड़ों की फसलें जलकर स्वाहा हो रही हैं, फिर भी सरकार ने न तो उनकी आवाज सुनी और न किसानों का दर्द ही सुना
-हम झूठ नहीं बोलते, हम जनता के हैं, उस सरकार के नहीं जो गरीब जनता की आवाज तक नहीं सुनती, आखिर जनता के प्रति हमारी भी कोई जिम्मेदारी है, कि नहीं? सरकार हम्हें नहीं जीताती जनता हम्हें विधायक बनाती
बस्ती। महादेवा विधानसभा क्षेत्र के ओमप्रकाश राजभर पार्टी के दूधराम पहले ऐसे विधायक हैं, जिनका दावा है, कि उनका अधिकांश समय क्षेत्र के गांव की गलियों में गरीब जनता के साथ बीतता है। भले ही इनका अधिकांश समय जनता के बीच में बीते, लेकिन इनका नाम भी उन विधायकों में शामिल हो गया, जो सरकार का हिस्सा होने के बाद भी सरकार इनकी नहीं सुनती। बेबाकी से कहते हैं, कि ऐसी सरकार का हिस्सा बनने से क्या फायदा जो गरीबों की नहीं सुनती। एक सवाल के जबाव में कहते हैं, कि कौन कहता, कि प्रदेश में रामराज है, होता तो गरीब खाए बिना नहीं मरते, बेरोजगारी न होती और न नौजवान सड़क पर घूमते, ऐसे में अगर नौजवान डकैती नहीं डालेगें और लूटपाट नहीं करेगें तो करेेगें क्या? दुखी मन से कहते हैं, कि सरकार का न विकास और न रोजगार उपलब्ध कराने पर ध्यान, यह हम नहीं बल्कि महादेवा क्षेत्र की गरीब जनता कह रही, हमसे सवाल कर रही है, कि क्यों आप ऐसी सरकार का हिस्सा हैं, जो सरकार गरीबों को बुनियादी सुविधा उपलब्ध नहीं करा पा रही हैं, ऐसी सरकार का साथ क्यों दे रहे हैं, जो सदन में आपकी की नहीं सुनती? कहा कि हम तो गांव-गांव और गली-गली घूमते है। जोर देकर कहते हैं, कि भ्रष्टाचार गली और मोहल्लों में घुस चुका, अधिकारी लूट रहे, गांव का हर एक आदमी परेषान है, गरीबी, बेरोजगारी है, बाढ़ आता, तो गांव का गांव बह जाता, यही बात हमने सदन में सरकार से कही, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं। कहा कि सदन में दो बार हर ब्लॉक में फायर स्टेषन स्थापित करने की मांग उठा चुकें हैं, कह चुका हूं, कि फायर स्टेशन के न होने से हर साल करोड़ों की फसलें जलकर स्वाहा हो जा रही हैं, जब तक बस्ती मुख्यालय से फायर बिग्रेड की गाड़ी पहुंचती तब तक न जाने कितने गरीब किसान बर्बाद हो चुके होते है। फिर भी सरकार ने न तो उनकी आवाज सुनी और न किसानों का दर्द ही जाना। कहते हैं, कि हम झूठ नहीं बोलते, हम जनता के हैं, उस सरकार के नहीं जो गरीब जनता की आवाज तक नहीं सुनती, पूछते हैं, कि आखिर जनता के प्रति हमारी भी कोई जिम्मेदारी है, कि नहीं? जोर देकर कहते हैं, कि सरकार हम्हें नहीं जीताती, जनता हम्हें विधायक बनाती है। भले ही सरकार गरीबों की सुने न सुने कोई बात नहीं, लेकिन मैं क्षेत्र के हर वर्ग के दुख और सुख में शामिल रहने का प्रयास करता हूं। 112 की तरह मेरी भी गाड़ी क्षेत्र में घूमती रहती है, और सूचना मिलते ही 112 से पहले उनकी गाड़ी पीड़ितों के पास पहुंच जाती। जनप्रतिनिधि के रुप में यह दर्द अकेले विधायक दूधराम का नहीं बल्कि सरकार के सभी सहयोगी और भाजपा के मंत्री और विधायकों का भी है। योगीजी जितना अफसरशाहों को तव्वौजो देते हैं, उतना अपने मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों को नहीं देते, जिसके चलते सहयोगी और भाजपा के जनप्रतिनिधि दिन प्रति दिन कमजोर होते जा रहे है। जनता के बीच उनकी पकड़ ढ़ीली पड़ती जा रही है। जनता से दूर होते जा रहे हैं, ऐसे में कैसे जनता उन जनप्रतिनिधियों पर विष्वास करें और 27 में वोट देने की सोचे जो उनसे दूर होता जा रहा है। भाजपा के भीतरखाने से खबर आ रही है, कि अगर जिले से भाजपा का सफाया होता है, तो इसके लिए योगीजी और उनके चहेते अफसरशाहों को जिम्मेदार माना जाएगा। जब सरकार के सहयोगी पार्टी के विधायक यह कहें कि जो काम पहले पांच सौ रुपये में तहसीलों में होता था, अब उसी काम के लिए जरुरतमंदों को पांच हजार देना पड़ रहा है। इसके बाद भी अगर योगीजी यह कहें कि प्रदेश में रामराज है, तो फिर भगवान ही सरकार की रक्षा करें।

Comments