नौकरी’ तो ‘नहीं’ मिली ‘इज्जत’ और ‘पैसा’ अवष्य चला ‘गया’

नौकरी’ तो ‘नहीं’ मिली ‘इज्जत’ और ‘पैसा’ अवष्य चला ‘गया’

नौकरी’ तो ‘नहीं’ मिली ‘इज्जत’ और ‘पैसा’ अवष्य चला ‘गया’

बस्ती। एक लड़की भारतीय सेना में नौकरी करने का सपना लेकर सुनील कुमार जो भारतीय सेना मे नौकरी करता से इंस्टाग्राम पर सपर्क हुआ। लड़की को फोन करके 12 जून 25 को लड़का गिरराज होटल रोडवेज पर बुलाया। प्रतियोगी परीक्षा के बारे में वार्ता हो ही रहा था कि लड़का ने लड़की का हाथ पकडकर अपने तरफ खीचा व छेड़छाड़ करते हुए चाकू सटा कर जबरदस्ती गाली देते हुए जान से मार देने की धमकी दिया और शारीरिक सम्बन्ध बनाया, लड़की को नंगा किया और वीडियो बनाया, जब लड़की मुकदमा दर्ज करने की बात कही तो लड़का शादी का झांसा देकर कई बार शारीरिक सम्बन्ध बनाया। मां व नानी एवं दोनों बहने से बात कराने पर शादी का आश्वासन दिया। लड़के ने लड़की से तीन बार में 11000 रूपया आनलाईन ले ले लिया। लड़का न तो पैसा वापस किया और न शादी करने को राजी हुआ। इस साजिस में लड़का का भाई उसकी मां व दोनों बहने तथा नानी भी शामिल रही। लड़की के बयान के आधार पर रुधौली पुलिस ने विजहरडूहा थाना रूधौली सुनील कुमार मिश्र, सुनील की मां नाम अज्ञात, सुनील की नानी नाम अज्ञात, सुनील की दोनांे बहने नाम अज्ञात और सुनील के भाई नाम अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। जब भी इस तरह की घटना सामने आती है, तो एक ही सवाल उठता है, कि आखिर लड़किया इतनी आसानी से कैसे किसी पर विष्वास करके सबकुछ सौंप देती है। सुनील कुमार मिश्र जैसे न जाने कितने धुर्तबाज और चालाक किस्म के लोग हैं, जो किसी लड़की या महिला की मजबूरी का फायदा उठाते हैं, हैरानी तो तब होती है, जब इस घृणित कार्य में माता-पिता, भाई और बहन शामिल रहते है। जिस तरह वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करके बार-बार बलात्कार और पैसा लिया जाता है, उसे लेकर लड़कियों और उनके परिवार को सावधान रहना होगा, जिस भी परिवार ने लड़कियों पर विष्वास किया या फिर आजादी दी उसी परिवार की सबसे अधिक इज्जत जाती है। मोबाइल ने एक तरह से न जाने कितनों की जिंदगी बर्बाद कर दी, फिर न तो लड़कियां और न परिवार ध्यान देने को तैयार नहीं है। जिस तरह ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह की घटनाएं बढ़ रही है, उसे ग्रामीण परिवेष पर भी सवाल उठने लगा। अनेक अधिवक्ताओं का कहना और दावा हैं, कि हमेशा लड़के ही गलत नहीं होते, लड़कियां भी गलत होती है। लड़कियों के भीतर जो विष्वास करने और आत्मसमर्पण की भावना होती है, उसका भी लाभ लड़के उठाते है। जिस दिन लड़कियां अपनी और अपने परिवार के इज्जत को महत्वपूर्ण देगी उस दिन कोई उनका लाभ नहीं उठा सकता है। षादी का झांसा देकर जिस तरह शारीरिक संबध बनाए जाने की घटनाएं सामने आ रही है, उसके लिए लड़कों को कम और लड़कियों को अधिक दोषी माना जा रहा है। ध्यान देने वाली बात यह है, कि नाजायज शारीरिक संबध यूंही नहीं बनता।

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