मामा’ ने की ‘भांजी’ और ‘पति’ को ‘जेल’ भेजने की ‘तैयारी’!

मामा’ ने की ‘भांजी’ और ‘पति’ को ‘जेल’ भेजने की ‘तैयारी’!

मामा’ ने की ‘भांजी’ और ‘पति’ को ‘जेल’ भेजने की ‘तैयारी’!

-भांजी शिवांशु श्रीवास्तवा और पति नमन श्रीवास्तव के साथ रत्नाकर श्रीवास्तव आदर्श और आदित्य श्रीवास्तव को भी लपेटा, अब इन्हें जेल जाने से बचने के लिए कराना पड़ एंटीसेपेटरी बेल, क्यों कि मुकदमा तो आज नहीं कल तो लिखा ही जाना

-जब से आदित्य श्रीवास्तव के आका ने किनारा कर लिया, तब से आदित्य श्रीवास्तव का बुरा दिन शुरु हो गया, पहले हर्रैया के चेयरमैन कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने फ्राड के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया और अब दिव्यांशु खरे मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर रहे

-मामा दिव्यांशु खरे ने उक्त लोगों पर लगाया धन न देने पर सोशल मीडिया पर परिवार की मानहानि और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप, कहा कि जब तक खरे परिवार का कोई सदस्य आत्महत्या नहीं कर लेता, तबतक मानसिक उत्पीड़न जारी रहेगा

-रत्नाकर श्रीवास्तव आदर्श पर लगाया 90 लाख के बदले दो करोड़, नमन श्रीवास्तव पर लगाया 1.70 करोड़ के स्थान पर एक करोड़ 74 लाख से अधिक लेने का आरोप, अभिषेक सिंह पर लगाया 31 लाख के बदले 51 लाख लेने का आरोप

-खासबात यह हैं, कि सभी लेन-देन आनलाइन यानि खाते के जरिए होने का दावा किया जा रहा हैं, जो दंपति, दिव्यांशु खरे से सवाल पूछ रही हैं, कि कितना ब्याज दिया, वही नमन श्रीवास्तव अपने हैंडराइटिगं में 60 से अधिक के लेन-देन का लगभग 25 लाख का ब्याज ही मांग रहें

-सारा झगड़ा रत्नाकर श्रीवास्तव की तरह तीन गुना अधिक धन लेने का दबाव बनाने का है, हर कोई चाह रहा है, कि जिस तरह रत्नाकर को 90 लाख के बदले दो करोड़ से अधिक मिला, उसी तरह अन्य लोगों को मिलना चाहिए

-डीआईजी को दिव्यांशु खरे की ओर से दी गई तहरीर में कहा गया कि यह लोग चाह रहें हैं, कि तहरीर वापस लिया जाए और आदित्य श्रीवास्तव के खिलाफ जो हर्रैया में मुकदमा लिखा गया, उसे दबाव बनाकर वापस लिया जाए

-लाइव पर नमन श्रीवास्तव ने 17.50 लाख के बकाए की बात कहीं, हिसाब में 80 लाख बताया और पुलिस चौकी पर यही बकाया न जाने कैसे 40 लाख हो गया

बस्ती। मामा और भांजे का इतिहास तो खराब होने की जानकारी सबको हैं, लेकिन मामा और भांजी के खराब इतिहास की जानकारी लोगों को दिव्यांशु खरे और षिवांगी श्रीवास्तव के रुप में पहली बार सुनने को मिल रही है, दुनिया ने देखा कि किस तरह इतना प्यारा और पवित्र रिष्ता पैसे के चलते खराब हुआ। रिस्ता इतना खराब हो गया कि मामा अब भांजी और उनके पति नमन श्रीवास्तव को जेल भेजवाने का जतन तक करने लगे। मामा ने इन दोनों के खिलाफ डीआईजी से सोशल मीडिया पर बदनाम करने, ब्लैकमेल कर धन ऐठंने एवं आत्महत्या के लिए उकसाने की धमकी देने के आरोप में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाने की मांग की है गई। मामा का यह भी कहना कि नमन और शिवांगी यह भी कह रहे हैं, कि जब तक खरे परिवार का कोई सदस्य आत्महत्या नहीं कर लेता। तबतक मानसिक उत्पीड़न जारी रहेगा। दिव्यांषु ने रत्नाकर श्रीवास्तव आदर्ष और आदित्य श्रीवास्तव को भी लपेटा है। कहा कि इन दोनों के चलते हमारा और परिवार का पिछले छह माह से मानसिक एवं सामाजिक उत्पीड़न हो रहा हैं, कहा कि नमन श्रीवास्तव और शिवांगी श्रीवास्तव के द्वारा मुझे और मेरे परिवार को सोशल मीडिया पर बदनाम करने की धमकी देकर लगातार अनैतिक धन की मांग की जा रही है। इन दोनों के दबाव में आकर लाखों रुपया भी दिया गया। लिखा कि जब मैने यह कहते हुए धन देना बंद कर दिया कि अब तक दिए गए धन की भरपाई हो चुकी है, तो उसके बाद से पिछले 10 दिनों से लगातार सोशल मीडिया पर मेरे और मेरे परिवार का मानहानि कर रहे है। कहा कि रत्नाकर श्रीवास्तव आदर्ष 90 लाख के बदले दो करोड़, नमन श्रीवास्तव 1.70 करोड़ के स्थान पर एक करोड़ 74 लाख और अभिषेक सिंह 31 लाख के बदले 51 लाख ले चुके है। कहा कि इन लोगों के द्वारा दिए जा रहे मानसिक उत्पीड़न से हमारी और परिवार की मानसिक स्थित दिन-प्रति दिन खराब होती जा रही है। साक्ष्य के रुप में अनेक प्रमाण दिए गए।

मुकदमा आज नहीं तो कल हर्रैया की तरह लिखा ही जाएगा, और अगर मुकदमा दर्ज हो गया तो सभी लोग भागे-भागे फिरते नजर आएगें, तब चार लोग जेल की हवा भी खा सकते है।  इसी लिए बार-बार कहा जा रहा है, कि अगर कोर्ट कचहरी और पुलिसिया कार्रवाई से बचना है, तो मिल बैठकर हिसाब-किताब करना होगा, जिसका जितना निकलता है, उसे देना होगा और लाइव पर आकर एक दूसरेे पर आरोप लगाना बंद करना होगा, क्यों कि जितना भी लाइव पर आएगें उतनी ही गलतियां करेंगे। खासबात यह हैं, कि सभी लेन-देन आनलाइन यानि खाते के जरिए होने का दावा किया जा रहा हैं, जो दंपति, दिव्यांशु खरे से सवाल पूछ रहें हैं, कि आपने कितना ब्याज दिया, वही नमन श्रीवास्तव अपने हैंडराइटिगं में 60 से अधिक के लेन-देन का लगभग 25 लाख का हिसाब किताब देकर ब्याज की मांग कर रहें है। इन्हें खुद नहीं मालूम कि इन्हें दिव्यांशु खरे से कितना लेना, लाइव पर 17.50 लेने की बात कर रहे हैं, हिसाब देते हैं, तो उसमें 80 लाख लेना निकलता और जब पुलिस चौकी जाते हैं, तो वहां पर 40 लाख बताते है। सारा झगड़ा रत्नाकर श्रीवास्तव की तरह तीन गुना अधिक धन लेने का दबाव बनाने को लेकर हो रहा है, हर कोई चाह रहा है, कि जिस तरह रत्नाकर को तीन गुना अधिक मिला, उसी तरह हम लोगों को भी मिलें। दिव्यांशु का कहना है, कि यह लोग मिलकर चाचा अनूप खरे की राजनैतिक छवि को खराब करने की साजिश रच रहे हैं।

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