हरि’ ओम ‘ढ़ाबा’ में ‘खाना’ भी ‘खाया’, ‘पैसा’ भी नहीं ‘दिया’, धुनाई भी ‘किया’!

हरि’ ओम ‘ढ़ाबा’ में ‘खाना’ भी ‘खाया’, ‘पैसा’ भी नहीं ‘दिया’, धुनाई भी ‘किया’!

हरि’ ओम ‘ढ़ाबा’ में ‘खाना’ भी ‘खाया’, ‘पैसा’ भी नहीं ‘दिया’, धुनाई भी ‘किया’!

बस्ती। हरि ओम ढ़ाबा में मारपीट की यह पहली ऐसी घटना नहीं हैं, इससे पहले न जाने कितनी बार मारपीट की घटनाएं हो चुकी, अधिकतर मारपीट की घटनाएं रात्रि 10 से 12 बजे की बीच तब होती है, जब लोग नषे में धुत रहते है। देखा जाए तो सबसे अधिक मारपीट की घटनांए स्थानीय नौजवानों के बीच होती है। यह ढ़ाबा जितना खानपान के लिए जाना जाता, उससे अधिक मारपीट जैसी घटनाओं के लिए भी जाना जाता है, और इसके लिए ढ़ाबा के मालिक को ही जिम्मेदार माना जाता है, और कहा जाता है, जब ढ़ाबे में बैठाकर षराब पिलवाएगें तो मारपीट होगा ही। वैसे यह ढ़ाबा बहुत पुराना और नामी ढ़ाबा है। एनएच के किनारे होने के नाते यहां रात दिन भीड़ रहती है। एक दिन पहले यानि सात दिसंबर 25 की रात्रि 12 बजे के आसपास ढ़ाबा में फिर से मारपीट की घटना हुई। पुरानी बस्ती थाने में श्यामदेव पुत्र स्व0 रामनौमी सा0 विशुनपुरवा थाना खेसरहा जनपद सिद्दार्थनगर के द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमें में कहा कि रात्रि समय करीब 12.05 बजे अभिषेक गुप्ता पुत्र श्याम नरायन सा0 पाण्डेय बाजार नई बाजार थाना पुरानी बस्ती जनपद बस्ती, मोनू चौरसिया पुत्र राजाराम चौरसिया सा0 बनरही थाना पुरानी बस्ती जनपद बस्ती और शिवप्रसाद पुत्र श्रीराम सा0 ख्वासबारी थाना पुरानी बस्ती जनपद खाना खाने के बाद बिल देने के समय आनाकानी करने लगे, कर्मचारी सूरज व अजय को सभी लोग मिलकर मारने पीटने लगे और गाली गुप्ता व जान माल की धमकी देते हुए लात घुसे से मारे पीटे जिससे काफी चोटे आयी है, कहा कि बीच बचाव करने आए एक अन्य ढ़ाबा के कर्मचारी अजय कुमार चौबे आए तो उन्हें भी मारकर घायल कर दिया। दंबगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई।

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