भ्रष्टाचार को लेकर किसान यूनियन ने किया महापंचायत का आयोजन
- Posted By: Tejyug News LIVE
- राज्य
- Updated: 14 October, 2025 11:09
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भ्रष्टाचार को लेकर किसान यूनियन ने किया महापंचायत का आयोजन
आज किसान यूनियन संघर्ष अराजनितिक ने किसान, मजदूर, खनन माफिया, भू माफिया, शिक्षा माफिया व भ्रष्ट अधिकारियों के द्वारा भ्रष्टाचार को लेकर चौपला गढ़मुक्तेश्वर के गुरुद्वारे में महापंचायत का आयोजन किया इस पंचायत में दूर दराज से हजारों की संख्या में किसान पहुँचे।
किसने की समस्या को लेकर भारतीय किसान यूनियन संघर्ष अराजनीतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरणजीत गुर्जर कहा की खनन माफी रात के अंधेरे में खनन करते हैं, जिस गांव से डंपर गुजरते हैं वहां सड़के रास्ते तोड़ देते हैं, अगर किसान या मजदूर उन्हें रोकता है, तो केवल आश्वासन दिया जाता है कि हम रास्तों को ठीक कर देंगे लेकिन काम खत्म होने के बाद वहां से निकल जाते हैं, और रास्ते टूटे-फूटे रह जाते है,
सरणजीत गुर्जर ने प्रशासन पर यह भी आरोप लगाए हैं कि खनन माफिया और प्रशासन की मिलीभक्त से यह अवैध कारोबार चल रहा ये पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर किसान एक बुग्गी मिट्टी उठा ले तो पुलिस उसका कॉलर पकड़ लेती ये पत्रकार, कितना भी छाप ले टीवी चैनल पर दिखा ले लेकिन कार्यवाही नहीं होती
गढ़मुक्तेश्वर से मेरठ तक सड़क का निर्माण हो रहा है इस सडक का निर्माण 2022 तक हो जाना चाहिए था लेकिन अब 2025 चल रहा ये सड़क की हालत वद से वादतर ये किसान संगठन ने कई बार धरना दिया और मीडिया ने कई बार मुद्दा उठाया "" लेकिन प्रशासन की आंखें बंद हैं, केवल आश्वासन के अलावा आज तक गड्ढे नहीं भरे गए हैं, जबकि गढ़मुक्तेश्वर से मेरठ को जाने वाली सड़क कई जिलों को जोड़ती ये हमने पहले भी अपने वीडियो में बताया था कि मेरठ मैं अच्छे मेडिकल की सुविधा होने के कारण लगभग 24 घंटो में 100 से अधिक एंबुलेंस इस सड़क पर गुजर जाती हैं, सड़क मैं गड्ढे होने के कारण मरीज को काफी दिक्क़तो का सामना करना पड़ता हैं, कभी कभी देरी होने के कारण मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देता हैं। लगभग 6, 7 सालों में यह सड़क गड्ढा मुक्त नहीं हो पाई है, गड्ढा मुक्त ना हो पाने की वजह से 6, 7 सालों में लगभग 7, 8 जाने जा चुकी हैं, लेकिन शासन प्रशासन मौन है, P D ये के अधिकारियों को मक्कार बताते हुए सरणजीत गुर्जर ने कहा कि उसे शर्म ही नहीं आती कितने बड़े पद पर बैठकर झूठ बोलता है,
गढ़ से मेरठ जाने वाले रास्तों से डी एम, एसडी एम, एसपी, व सांसद, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिका अध्यक्ष, बीजेपी के अन्य नेता, व अधिकारी गुजरते हैं, लेकिन उन्हें यह सड़क नहीं दिखाई देती दिखाई भी क्यो देगी जनता के टैक्स के पैसे से लग्जरी गाड़ी, मोटी तनख्वाह, और अन्य सुविधा से लैस, तो इन्हें आम जनता की परेशानी क्यों दिखाई देगी!
गन्ने के भुगतान को लेकर
शरणजीत गुर्जर ने गन्ने के भुगतान को लेकर सरकार पर उठाए सवाल ? कहा कि मुख्यमंत्री जी आपने कहा था कि 14 दिन में मील द्वारा किसानों के गन्ने का भुगतान हो जाए लेकिन अभी तक भी किसानों के गाने का बकाया गन्ना मील पर ये आपकि 14 दिन में भुगतान होने की योजना पहले हो गई किसान आज कर्ज में डूबा ये,
प्राइवेट स्कूलों को लेकर सरन जीत गुर्जर ने कहा कि हर साल बच्चों की किताबें बदली जाती हैं, ड्रेस बदली जाती ये"" किताबें जूते मोज़े, ड्रेस बेग चिन्हित दुकान से ही खरीदी जाती हैं, क्योंकि उन दुकानों में 50% स्कूल वालों का कमिश्नन बांधा होता ये और ₹100 की लागत से बनी किताब पर ₹500 का एमआरपी होता ये जो बच्चों को मजबूरी में लेनी पड़ती हैं, क्या सरकार में बैठे मंत्री अधिकारी को यह दिखाई नहीं देता है, पर गलती उनकी नहीं है, ज्यादातर बड़े स्कूल कॉलेज सरकार में रहे नेता मंत्री के है, तो अनदेखा तो करना पड़ेगा,
आज सरकार में सभी विभागों के भ्रष्टाचार फैला हुआ हैं, सुनने वाला कोई नहीं अगर यही नीति सरकार की रही तो जनता को एकजुट होकर सड़कों पर उतरकर आंदोलन करना होगा अपने हक की लड़ाई लड़नी होग!
मनजीत सिंह की रिपोर्ट

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