अवधेश सिंह होटल में, नाबालिग लड़की को बाहों में लिया, किस किया
- Posted By: Tejyug News LIVE
- राज्य
- Updated: 5 January, 2025 09:17
- 207

अवधेश सिंह होटल में, नाबालिग लड़की को बाहों में लिया, किस किया, भाग गया
-परिवार लखनउ से गोरखपुर अपने वाहन से जा रहा था, भोजन के लिए रुका और टेबुल पर नशे में एक लड़का आया, नौ साल की लड़की के सामने गुलाब जामुन रखा, परिवार के सामने उसे बाहों में लिया, किस किया और भा गया, दो जनवरी की रात्रि साढ़े दस बजे की
-विरोध करने पर नाबालिग लड़की के पिता और माता दोनों को मारापीटा, और उसे भगा दिया
-छावनी थाने में पाक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं में अज्ञात के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
बस्ती। लखनउ से गोरखपुर जा रहे एक परिवार को विक्रमजोत के नामी गिरामी अवधेश सिंह फेमिली होटल ने ऐसा दर्द दिया है, जिसे परिवार मरते दम तक नहीं भूल सकते। उस परिवार को अफसोस और पछतावा हो रहा है, कि क्यों उनका परिवार इस नामी गिरामी होटल में भोजन करने के लिए रुका। अगर इतने बड़े होटल में एक संभ्रात परिवार के पति और पत्नी के सामने उसकी नौ साल की बेटी के साथ कोई नशे में भोजन की टेेबुल पर आता है, लड़की के सामने गुलाब जामुन रखता है, और मम्मी पापा के सामने लड़की को बाहों में लेता है, किस करता और भाग जाता है, जब परिवार इसका विरोध करता है, तो पति और पत्नी दोनों को मारापीटा जाता हैं, और होटल वाले देखते रह जाते हैं, इतना ही नहीं लड़के को वहां से भगा भी दिया जाता हैं। सवाल उठ रहा है, कि इस घटना के बाद कोई परिवार इस होटल में भोजन या फिर नाष्ते के लिए रुकना चाहेगा। जबाव ना में होगा। यह होटल वालों की जिम्मेदारी हैं, वह अपने भगवान रुपी ग्राहक के इज्जत की रखवाली करे, होटल वालों को यह भी देखना होगा कि कोई व्यक्ति शराब पीकर ना आए और ना लड़कियों और महिलाओं की इज्जत के साथ खिलवाड़ करे। पीड़ित परिवार ने इसके लिए पूरी तरह अवधेश सिंह फेमिली होटल के प्रबंधन को जिम्मेदार माना, और कहा कि अगर इतने बड़े होटल में इस तरह की घटना होती है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी होटल की बनती है। एफआईआर तो होटल के खिलाफ भी होना चाहिए था, लेकिन पुलिस ने ना जाने क्या समझ/सोचकर होटल को क्लीन चिट दे दिया। भले ही चाहें इसमें होटल वालों की कोई गलती ना हो, लेकिन बदनामी तो होटल की ही हुई। यह पहला मौका है, जब इतने बड़े होटल में इस तरह की घटना हुई। घटना को इस लिए शर्मनाक माना जा रहा है, क्यों कि एक तो लड़की के साथ बदसलूकी हुई और दूसरे रोकने पर लड़की के माता-पिता को माना पिटना रहा। सवाल उठ रहा है, उस समय होटल वाले कहां थे, जब नाबालिग लड़की के माता-पिता को उसके होटल में मारा-पिटा गया, जहां पर एक परिवार भोजन करने को गया था। अगर एक फेमिली के साथ एक फेमिली होटल में इस तरह की घटनाएं होती है, तो अगुंली होटल पर भी उठेगा। कौन नहीं जानता कि इस होटल ने अपने मेहनत के बल पर कितनी तरक्की की। लोग यही सोचकर इस होटल में भोजन और जलपान करने रुकते हैं, कि यह फेमिली है, और यहां पर फेमिली जैसा व्यवहार होगा। लेकिन पीड़ित परिवार को क्या मालूम था, जिसे होटल को वह फेमिली होटल समझकर जा रहे हैं, वहां पर फेमिली के साथ ऐसा व्यवहार भी हो सकता है। अब जरा उस माता-पिता के मनोदशा को देखिए जिसके सामने उसकी नौ साल की लड़की के साथ बदसलूकी होता है। गाली दी जाती है, मारा-पिटा जाता है। इस दर्द का एहसास वह परिवार ही समझ सकता है, जिसके साथ घटना घटी। होटल वालों को इस बात का ध्यान रखना होगा कि भविष्य में इस तरह के घटना की पुनरावृत्ति ना हो, वरना कोई परिवार होटल में भोजन और जलपान करने नहीं रुकेगा।
Comments