अनोखी’ शर्तः ‘मीडिया’ में गए तो ‘चली’ जाएगी ‘नौकरी’!

अनोखी’ शर्तः ‘मीडिया’ में गए तो ‘चली’ जाएगी ‘नौकरी’!

अनोखी’ शर्तः ‘मीडिया’ में गए तो ‘चली’ जाएगी ‘नौकरी’!

-यह शर्त कथित चित्राशं इंटरप्राइजेज के कथित निदेशक दिव्यांशु के द्वारा जिला पंचायत सिद्धार्थनगर में अविनाष श्रीवास्तव पुत्र अनिल कुमार श्रीवास्तव निवासी 1030 महरीखावां गांधी नगर के साथ कम्प्यूटर आपरेटर के पद पर किए गए अनबुध पत्र में यह शर्त रखी गई

-पंजीकृत पता धर्मशाला रोड निकट चित्रगुप्त मंदिर बस्ती और कैंप कार्यालय का पता 638/46-28 अवध विहार कालोनी सेक्टर-11, इंदिरा नगर लखनऊ बताया गया

-जिला पंचायत सिद्धार्थनगर का कहना है, कि जब तक उनके पास कोई ज्वाइन करने या फिर ठगी करने की लिखित में जानकारी नहीं देता, तब तक वह कोई कार्रवाई नहीं कर सकते

-जो जानकारी मिल रही है, अगर उसे सच माना जाए तो साजिशकर्त्ताओं की ओर से एक-एक नियुक्ति में लाख दो लाख लिया गया और लिया जा रहा है, इसका भी खुलासा तभी होगा, जब पीड़ित पक्ष सामने आएगा

बस्ती। आज हम आपको ऐसे शर्त के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आज तक न तो आप ने सुना होगा और देखा ही होगा। यह शर्त कथित ‘चित्राशं इंटरप्राइजेज’ के कथित ‘निदेशक दिव्यांशु’ के द्वारा जिला पंचायत सिद्धार्थनगर में अविनाश श्रीवास्तव पुत्र अनिल कुमार श्रीवास्तव निवासी 1030 महरीखावां गांधी नगर के साथ कम्प्यूटर आपरेटर के पद पर किए गए अनबुध पत्र में रखी गई है, कहा गया हैं, कि अगर आपके द्वारा मीडिया में कोई लेख या बयान दिया जाएगा तो नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। खासबात यह है, कि यह अनुबंध कथित चित्रांश इंटरप्राइजेज के पैड पर छह सितंबर 25 को किया गया। वायरल अनुबंध पत्र में आउटसोर्सिगं के जरिए नियुक्ति करने की बात कही गई है, और कहा गया है, कि यह सेवाएं पूरी तरह अस्थाई है। यह भी कहा गया कि नियुक्ति के समय दिए गए अभिलेख अगर कूटरचित पाया गया तो सेवाएं समाप्त कर दी जाएगी, और वेतन की वसूली विधि संगत कार्रवाई के जरिए की जाएगी। गोपनीयता बनाए रखने और उसे सार्वजनिक न करने की शर्त भी रखी गई है। पुलिस से सत्यापन करने की भी बात कही गई है। नोट- में कहा गया है, कि नियम एवं शर्त संस्था की नीति के अधीन होगा, संस्था को नियम और शर्त बदलने का पूरा अधिकार होगा। तैनाती और बर्खास्तगी करने का एकाधिकार संस्था के पास सुरक्षित होगा। पंजीकृत पता, धर्मशाला रोड निकट चित्रगुप्त मंदिर बस्ती और कैंप कार्यालय का पता 638/46-28 अवध विहार कालोनी सेक्टर-11, इंदिरा नगर लखनऊ बताया गया। वैसे दिव्याशु खरे की ओर से पहले ही स्पष्ट किया जा चुका है, कि इससे उनका कोई लेना-देना नहीं हैं, और यह किसी की साजिश है, जो उन्हें और उनके परिवार की छवि खराब करना चाहता है। उधर जिला पंचायत सिद्धार्थनगर का कहना है, कि जब तक उनके पास कोई ज्वाइन करने या फिर ठगी करने की लिखित में जानकारी देने नहीं आता तब तक वह कोई कार्रवाई नहीं कर सकते, या फिर जिन लोगों के साथ धोखा हुआ है, अगर वह लोग पुलिस के पास जाते हैं, तो पुलिस कार्रवाई कर सकती है। जो जानकारी मिल रही है, अगर उसे सच माना जाए तो साजिशकर्त्ताओं की ओर से एक-एक नियुक्ति में लाख दो लाख लिया गया और लिया जा रहा है, इसका भी खुलासा तभी होगा, जब पीड़ित पक्ष सामने आएगा। वैसा पूरा जिला यह चाहता है, कि साजिश पर से पर्दा उठे और साजिशकर्त्ता बेनकाब हों। यही इच्छा दिव्यांशु खरे की भी है। यह भी कहा जा रहा है, कि अगर इसी तरह अनुबंध पत्र वायरल होता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब इसका खुलासा स्वयं पीड़ित सामने आकर करेगा।

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