आखिर लालगंज पुलिस क्यों नहीं हो रही संवेदनशील

आखिर लालगंज पुलिस क्यों नहीं हो रही संवेदनशील

आखिर लालगंज पुलिस क्यों नहीं हो रही संवेदनशील?

बनकटी/बस्ती। लालगंज थाने की पुलिस पर बार-बार पीड़ितों के प्रति असवेंदनशील होने का आरोप लग रहा। सवाल उठ रहा है, कि आखिर लालगंज की पुलिस कब संवेदनशील होगी? लालगंज थाना क्षेत्र के बस्ती महुली मार्ग पर चौबीस जून मंगलवार की रात करीब 9.30 बजे नरौली-थरौली मार्ग पर एक युवक मरणासन्न स्थिति में पाया गया था। इस दौरान गांव के कुछ लोगों ने  देखा, पीड़ित के परिजनों के पास फोन किया था। मौके पर परिवारजन् पहुंचे उसके पहले ही पीआरबी भी पहुंच चुकी थी। परिवार अपने निजी साधन से कैली  के निकट एक निजी अस्पताल में ले गए जहां से  गंभीर अवस्था में बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया गया। जहां पर युवक की गंभीरावस्था को देखते हुए किंग जॉर्ज चिकित्सा महाविद्यालय लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया। हफ्तों इलाज चला। तहरीर के अनुसार लालगंज थाना क्षेत्र के बड़गो पूरा ग्राम निवासी धर्मेंद्र चौधरी उम्र (26) वर्ष पुत्र रामसुभग चौधरी को संदीप पुत्र गोवरी निवासी जिगना देव ने अपने कार में बैठाकर  मित्र की पार्टी में चलने की बात कहकर मारपीट करने के लिए ले गया था उस कार में कुल नौ अज्ञात व्यक्ति और बैठे हुए थे। अज्ञात जगह पहुंचकर संदीप बोला कि किसी को मारना है तो वहां पर मार-पीट न करने के बजाय धर्मेन्द्र एक गन्ने के खेत में छुप गया। कुछ देर बाद लोग वापस आए। वहां से धर्मेन्द्र को गाली-गुप्ता देते हुए गौरा उपाध्याय के पास लगे काटें पर घारदार हथियार से मारने लगे थे। पीड़ित के सिर और पेट में गंभीर चोटें अभी भी बनी हुई है। इस बाबत घटना के दूसरे दिन पिता राम समुझ ने महादेवा चौकी प्रभारी दुर्गा प्रसाद पान्डेय को अज्ञात के खिलाफ तहरीर दिया गया था जिस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुआ। शुक्रवार को पूरे गांव के सैकड़ो लोग लामबंद होकर थाने पर आए हुए हैं। थाना प्रभारी को नामजद तहरीर देते हुए मुकदमा पंजीकृत करने की बात कहा। इस बावत थाना प्रभारी शशांक शेखर राय ने कहा तहरीर मिला हुआ है जांच की जा रही है।

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