‘90 साल’ के ‘अजिया ससुर’ पर ‘नतोहू’ ने लगाया ‘छेड़छानी का ‘आरोप’
- Posted By: Tejyug News LIVE
- राज्य
- Updated: 1 October, 2025 19:46
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‘90 साल’ के ‘अजिया ससुर’ पर ‘नतोहू’ ने लगाया ‘छेड़छानी का ‘आरोप’
-पैसे के बल पर अपने ही अजिया ससुर को पुलिस से मरवाया और मुकदमा भी दर्ज करवाया
-90 साल के असहाय छोटेलाल 35 साल की नतोहू के डर से गांव तक नहीं जाता और पिछले एक साल से वह दूसरों के टुकड़ों पर सांस उखड़ने का इंतजार कर रहा
-इस लाचार व्यक्ति का कसूर इतना भर है, कि इसने अपनी जायदाद बराबर हिस्से में लिख दिया, नतोहू अन्य का हिस्सा भी चाहती
-पिछले तीन साल से यह इस लिए कमर छुकाता हुआ लाडी के सहारे कचहरी आता है, ताकि जेल जाने से बच सके, क्यों कि नतोहू इसे जेल भेजना चाहती
बस्ती। वह रे लालगंज थाने की पुलिस! चोरी डकैती, छीनैती और अन्य गंभीर आरोप में जब कोई पीड़ित मुकदमा दर्ज करवाने जाता है, तो पुलिस कहती है, कि पहले छानबीन होगी, फिर मुकदमा दर्ज होगा, लेकिन अगर किसी महिला ने मोटा लिफाफा दे दिया, तो मुकदमा दर्ज करने से पहले इतना तक देखने नहीं जाती कि जिस व्यक्ति के खिलाफ महिला छेड़खानी के आरोप में मुकदमा दर्ज कराना चाहती हैं, वह व्यक्ति छेड़खानी करने के लायक है, कि नहीं, अगर देख लेती तो एक ऐसे 90 साल के बुजुर्ग के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं करती, जो चारपाई से ठीक तरीके से उतर कर खड़ा भी नहीं हो सकता, जिस व्यक्ति को पुलिस को राहत पहुंचानी चाहिए, उसी पुलिस ने बुजुर्ग के खिलाफ मुकदमा ही नहीं दर्ज किया बल्कि उसे मारा भी, जो व्यक्ति लाठी के सहारे ठीक से खड़ा नहीं हो सकता, अगर पुलिस उसे इस लिए थप्पड़ मारती है, क्यों कि आरोप लगाने वाली महिला ने मोटा लिफाफा दे रखा था। लालगंज पुलिस ने एक बुजुर्ग के साथ जो अमानवीय व्यवहार किया, वह पुलिस के लिए एक थब्बा है। सोहिला निवासी छोटेलाल पुत्र भदेष्वर की हालत ऐसी हो गई कि वह अपनी नतोहू के डर से पिछले एक साल से गांव नहीं जा रहा है, और दूसरों के टुकड़ों पर अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है। लाठी के सहारे इस लिए यह कचहरी आता है, ताकि वकील साहब जेल जाने से बचा सके। कहते हैं, कि उसकी नतोहू उसे जेल भेजवाना चाहती है, क्यों कि उसने सारी जायदाद उसके नाम नहीं किया।
कचहरी में एक मुलाकात के दौरान 90 साल के छोटेलाल ने कहा कि साहब पहले हमको कहीं बैठा दीजिए और पानी पिलवा दीजिए। कहते हैं, कि साहब पूरी जिंदगी वह अपने परिवार के लिए खटता रहा, कहते हैं, कि उसे क्या मालूम था, कि उसका डेढ़ बीघा जमीन उसके लिए मुसीबत बन जाएगा। सवाल के लहजे में कहते हैं, कि साहब आपही बताइए क्या मैं इस लायक हूं कि किसी महिला के साथ छेड़खानी कर सकूं। वह भी अपनी नतोहू, यानि नाती की पत्नी के साथ। नतोहू ने जो अपने अजिया ससुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया, उसमें कहा गया कि उसका अजिया ससुर उसके साथ सोना चाहता है। कहते हैं, कि उसकी नतोहू उसका सबकुछ ले चुकी है, पुलिस के बल पर मकान और जायदाद पर कब्जा कर लिया। उसके पास रहने को ठिकाना नहीं। किसी तरह तारीख पर इस लिए आता हूं, ताकि वकील साहब उसे जेल जाने से बचा सकें। सवाल तो नतोहू के क्रियाकलाप पर भी उठ रहा है, कहा जा रहा है, कि जो व्यक्ति खाट से उठ नहीं सकता है, वह व्यक्ति नतोहू के साथ कैसे सोएगा? जिस व्यक्ति की 95 फीसदी रोशनी चली गई हो वह व्यक्ति कैसे किसी महिला के साथ रंगरेलियां मना सकता, गलती नतोहू की नहीं बल्कि समाज नाती की मान रहा है। बहरहाल, जायदाद के लिए नतोहू इतना नीचे गिर सकती है, इसका किसी को अंदाजा भी नहीं हो सकता, जिस नतोहू को अपने बजिया ससुर की सेवा करनी चाहिए, वही नतोहू उसे जेल भेजवाना चाहती है। कहा भी जाता कि जिन घरों की और इज्जतदार होती है, वह इस तरह की हरकत नहीं करती, जिस तरह की नतोहू ने किया।

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