संतकबीरनगर के एनएचएम की नियुक्ति पर हुआ बड़ा घोटाला

संतकबीरनगर के एनएचएम की नियुक्ति पर हुआ बड़ा घोटाला

संतकबीरनगर के एनएचएम की नियुक्ति पर हुआ बड़ा घोटाला

-भाकियू भानु गुट के मंडल प्रवक्ता चंद्रेश प्रताप सिंह ने सीएम, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य

बस्ती। जनपद संतकबीरनगर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत मेडिकल ऑफिसर (संविदा) मेनिस्ट्रीमिंग आफ आयुष चिकित्सक (संविदा) एवं आरबीएस के कार्यक्रम के अन्तर्गत आयुष चिकित्सक (संविदा) पद की नियुक्ति में बड़े पैमाने में धांधली होने कर शिकायत सीएम और प्रमुख सचिव से भाकियू के मंडल प्रवक्ता चंद्रेश प्रताप सिंह ने करते हुए कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।

कहा गया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत मेडिकल आफिसर (संविदा) के पद पर दिनाक 27 सितम्बर 2024 को आयोजित वाक इन इंटरव्यू में अंतिम चयनित अभ्यर्थियों की सूची जो तीन मार्च 24 को सार्वजनिक की गइ, जिसमें क्रम शंख्या-8 पर अंकित डॉ. आदिप कुमार यादव पुत्र अवधेश यादव का चयन बतौर मेडिकल ऑफिसर जिनकी तैनाती जिला अस्पताल-संतकबीरनगर के पी०आई०सी०यू में हुई, डा आदिप कुमार यादव जिनका चयन ओ०बी०सी० (नान कृमिलेंयर) प्रमाण पत्र के आधार पर हुआ है जो की वित्तीय वर्ष 2023-24 मंे जारी हुआ था, जब कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा जारी दिशा निर्देश के अनुसार ओबीसी नान क्रीमी लेयर और ईडब्लूएस के प्रमाण पत्र वित्तीय वर्ष-2024-25 में जारी या फिर उक्त नियुक्ति फार्म भरने के अंतिम तिथि तक का जारी होना चाहिए था उपरोक्त दिशा निर्देशों को दर किनार कर धांधली करके इनकी नियुक्ति कर दी गई है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत मेनिस्ट्रीमिंग आफ आपुश एवं आर०बी०एस०के० कार्यक्रम अन्तर्गत आयुष चिकित्सक (संविदा) मेडिकल ऑफिसर पद की नियुक्ति विज्ञाप्ति कार्यालय मुख्यचिकित्सा अधिकारी संतकबीरनगर के द्वारा नौ दिसंबर 24 को पत्रांक संख्या-एन०एच० एम० आयुष एम०ओ० संविदा  2024-25/8632 से जारी किया गया। जिसका वाक इन इन्टरव्यू दिनांक 03, 04 एंव 05 अप्रैल 2025 को आयोजित किया गया, जिसके अंतिम चयनित अभ्यर्थियो की सूची 19 मई 2025 को जारी की गई, जिसमें में बतौर आयुष चिकित्सक क्रम संख्या-2 पर अंकित डॉ. तृषा यादव पुत्री अवधेश यादव का नाम चयनित अभ्यर्थी के रूप में अंकित है। बताना यह है की इन्हंोंने बीएएमएस कोर्स पूरा होने के पश्चात एक वर्षीय इंटर्नशिप में दिसम्बर 2023 तक छः माह संयुक्त जिला चिकित्सालय संतकबीरनगर में किया था और अवशेष छः माह अपने बीएएमएस कालेज में जून 2024 तक किया था तो फिर मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उ०प्र० द्वारा जारी समस्त जिलाधिकारी अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति को पत्र संख्या-669 एसपी एमयू/एनएच/एमयूएच आर/आयुष 2024-25/4933  28 अक्टूबर 2024 के निर्देश के अनुसार मांगा गया 6 माह का अनुभव प्रमाण पत्र कूटरचित है लगा इनकी भी नियुक्ति में धाधंली की गयी है।

इसी तरह डॉ. उपेंद्र कुमार यादव पुत्र रामाअशीष यादव का चयन बतौर मेडिकल ऑफिसर अनाक्षित वर्ग की श्रेणी मे कर दिया गया जब की यह पिछड़े वर्ग से आते है और इनके द्वारा पिछड़े वर्ग का प्रमाण पत्र भी लगाया गया था बावजूद इसके कुटरचित पत्रावली के आधार पर इनकी नियुक्ति की गई। डॉ. अनिल कुमार पुत्र जय प्रकाश का सरनेम न होने के कारण जाति की स्थिति स्पष्ट है। इस कारण से वह यूव आर व (ईडब्लूएस) के पात्र है या नही यह भी स्थिति स्पष्ट नहीं है जिनका चयन भी बतौर आयुष चिकित्सक के रूप में हुआ है

कहा गया कि इन नियुक्ति प्रक्रिया में जम कर धाध्ंाली हुई पैसों का खूब लेन-देन हुआ।  इसके मुख्य सूत्रधार कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी संतकबीरनगर के आरआई अनुभाग के आपरेटर गुलेन्द्र यादव है, जो कि जनपद मुख्यालय पर संविदा कर्मी के तौर पर 15 वर्षो से तैनात है जो कार्यालय द्वारा होने नियुक्तियों में अपनी जाति के लोगों के कूटरचित प्रमाण-पत्रों के आधार नियुक्ति अधिकारी की मिली भगत से मिल कर करके नियुक्ति प्रक्रिया को अंजाम दिलाते हैं। यह खुद नियुक्ति अधिकारी के बिचौलिए का भी कार्य कुशलता पूर्वक करते हैं।

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