संभल वाले भी करेंगे अयोध्या और काशी की तरह क्रूज-बोट से गंगा की सैर, स्वादिष्ट भोजन भी मिलेगा
- Posted By: Tejyug News LIVE
- राज्य
- Updated: 22 February, 2025 09:10
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संभल वाले भी करेंगे अयोध्या और काशी की तरह क्रूज-बोट से गंगा की सैर, स्वादिष्ट भोजन भी मिलेगा
संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में जल्द ही लोग गोवा,पांडिचेरी, अयोध्या और काशी के पर्यटकों की तरह गंगा की लहरों का आनंद क्रूज और हाउस बोट से ले सकेंगे।अयोध्या क्रूज लाइन ने संभल में गंगा किनारे पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना बनाई है।
अयोध्या क्रूज लाइन ने संभल के जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया से इस योजना के लिए अनुमति मांगी है। अगर सबकुछ योजना के अनुसार हुआ तो जल्द ही संभल के लोग और आसपास के जिलों के साथ ही देश-विदेश से आने वाले पर्यटक गंगा की लहरों पर क्रूज यात्रा का आनंद उठा सकेंगे।
पर्यटन को नई उंचाइयों तक ले जाने के उद्देश्य से नरौरा से सिसोना डांडा तक 20 किलोमीटर के दायरे में गंगा में क्रूज और हाउस बोट चलाई जाएंगी।ये न केवल पर्यटकों को आकर्षित करेगी बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगी। इस क्रूज सेवा में दो कैटामारन क्रूज चलाई जाएंगी।
इसमें एक साथ 120 से 150 यात्री सवार हो सकेंगे। ये दो मंजिला क्रूज वॉल्वो पेंटा इंजन से लैस होंगी।इसे पर्यावरण के अनुकूल बनाया गया है। इसके अलावा दो हाउस बोट भी चलाई जाएंगी, जिनमें 12 लोग सवार हो सकेंगे। इन क्रूज में पर्यटकों को स्वादिष्ट भोजन के साथ-साथ गंगा की सुंदरता का अद्भुत नजारा भी देखने को मिलेगा।
यह संभल के सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर को विश्वस्तर पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाएगा।संभल के पर्यटन मानचित्र पर यह योजना एक बड़ा बदलाव ला सकती है। अभी तक गोवा,पांडिचेरी में ही क्रूज बोट सेवाएं लोकप्रिय थीं, लेकिन अयोध्या और मथुरा (वृंदावन) में इसकी सफलता के बाद अब संभल में भी इसे लागू करने की तैयारी है। इससे जिले में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और स्थानीय व्यवसायों को भी बढ़ावा मिलेगा।
अयोध्या क्रूज लाइन के सीईओ राहुल शर्मा और निदेशक एवं विधि सलाहकार भगवान सिंह ने बताया कि दुबई,गोवा के अलावा पांडिचेरी, अयोध्या और वृंदावन में क्रूज सेवा संचालित हो रही है। संभल में भी पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, ऐसे में यहां पर्यटन को बढा़वा देने के लिए इस सेवा को शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है। शासन से भूमि की भी मांग की गई है।
इसके लिए सैद्धांतिक सहमति भी मिल गई है। नरौरा और सिसौना पर पर्यटकों के बैठने, ठहरने आदि की व्यवस्था भी की जाएगी। नरौरा से क्रूज को राजघाट तक चलाने की योजना है। इस दौरान पर्यटक अवंतिका देवी, हरिबाबा धाम, बेलौन मंदिर के बारे में जानकारी हासिल कर सकेंगे।
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