पूर्व विधायक सीपी शुक्ल के खिलाफ एक साथ फ्राड के कई केस दर्ज हुए
- Posted By: Tejyug News LIVE
- राज्य
- Updated: 28 July, 2025 20:20
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पूर्व विधायक सीपी शुक्ल के खिलाफ एक साथ फ्राड के कई केस दर्ज हुए
-कैंट थाने में आटो चालक राम मिलन मौर्य ने टाइम सिटी इंफ्रास्टक्चर एंड हाउसिंग लिमिटेड के चेयरमैन चंद्रप्रकाश शुक्ल, सीईओ दीपचंद्र शुक्ला, डायरेक्टर गुलाब चंद्र मौर्य, तृप्ति तिवारी, अरविंद पांडेय, गुलाम मुर्तजा, संतोष अग्रहरि, गौरव कन्नौजिया, जितेद्र तिवारी, विनय सभी डायरेक्टर, सत्यवती, मिथिलेश, रमेशचंद्र यादव, बृजेश शुक्ल के खिलाफ दर्ज कराया
-पूर्व विधायक और उनके परिवार के नाम एक साथ चार मुकदमें दर्ज हुए और सभी मुकदमें न्यायालय के आदेश पर दर्ज हुए
-रामगढ़ ताल थाने में राजेंद्र यादव ने गुलाब चंद्र पुत्र रामकवल, चंद्र प्रकाश शुक्ल एवं दीपचंद्र शुक्ल सभी का पता रविंद्रपल्ली फैजाबाद रोड इंद्रानगर लखनऊ, इसी थाने में प्रेम मोहन मौर्य ने चंद्रप्रकाश शुक्ल एवं दीपचंद्र शुक्ल पुत्रगण अर्जुन शुक्ल, गुलाबचंद्र मौर्य पुत्र रामकवल एवं विजय कुमार तिवारी पुत्र बिंदु कुमार तिवारी दक्षिण दरवाजा तिचारी टोला बस्ती
-इसी तरह खोराबार थाने में बृजलाल मौर्य ने चेयरमैन चंद्र प्रकाश शुक्ल, भाई सीईओ दीपचंद्र शुक्ल, विजय कुमार तिवारी एवं गुलाब चंद्र मौर्य के खिलाफ फ्राड का मुकदमा दर्ज कराया
बस्ती। कप्तानगंज के भाजपा के पूर्व विधायक सीपी शुक्ल और उनके भाई सहीत अन्य के खिलाफ फ्राड के मामले में कैंट, खोराबार और रामगढ़ताल थानों में मुकदमा दर्ज हुआ। कैंट थाने में आटो चालक राम मिलन मौर्य की ओर से टाइम सिटी इंफ्रास्टक्चर एंड हाउसिंग लिमिटेड के चेयरमैन चंद्रप्रकाश शुक्ल, सीईओ दीपचंद्र शुक्ला, डायरेक्टर गुलाब चंद्र मौर्य, तृप्ति तिवारी, अरविंद पांडेय, गुलाम मुर्तजा, संतोष अग्रहरि, गौरव कन्नौजिया, जितेद्र तिवारी, विनय सभी डायरेक्टर, सत्यवती, मिथिलेश, रमेशचंद्र यादव, बृजेश शुक्ल के खिलाफ दर्ज कराया गया। रामगढ़ ताल थाने में राजेंद्र यादव ने गुलाब चंद्र पुत्र रामकवल, चंद्र प्रकाश शुक्ल एवं दीपचंद्र शुक्ल सभी का पता रविंद्रपल्ली फैजाबाद रोड इंद्रानगर लखनउ, इसी थाने में प्रेम मोहन मौर्य ने चंद्रप्रकाश शुक्ल एवं दीपचंद्र शुक्ल पुत्रगण अर्जुन शुक्ल, गुलाबचंद्र मौर्य पुत्र रामकवल एवं विजय कुमार तिवारी पुत्र बिंदु कुमार तिवारी दक्षिण दरवाजा तिवारी टोला बस्ती। इसी तरह खोराबार थाने में बृजलाल मौर्य ने चेयरमैन चंद्र प्रकाश शुक्ल, भाई सीईओ दीपचंद्र शुक्ल, विजय कुमार तिवारी एवं गुलाब चंद्र मौर्य के खिलाफ फ्राड का मुकदमा दर्ज कराया। यह सारे मुकदमें न्यायालय के आदेश पर दर्ज हुए। जाहिर सी बात हैं, कि इतने बड़े-बड़े लोगों के खिलाफ पुलिस वैसे ही मुकदमा दर्ज नहीं करती।
जिन लोगों की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया, उन सभी ने टाइम सिटी इंफ्रास्टक्चर एंड हाउसिंग लिमिटेड के चेयरमैन सहित अन्य पर निवेश के नाम पर करोड़ों रुपये की जालसाजी का आरोप लगाया। आटो चालक राम मिलन मौर्य का कहना हैे, कि टाइम सिटी स्टेट कोआपरेटिव हाउसिंग सोसायटी लि. जानकी प्लाजा जानकीपुरम लखनउ के चेयरमैन चंद्रप्रकाश शुक्ल, सीईओ दीपचंद्र शुक्ला, डायरेक्टर गुलाब चंद्र मौर्य, तृप्ति तिवारी, अरविंद पांडेय, गुलाम मुर्तजा, संतोष अग्रहरि, गौरव कन्नौजिया, जितेद्र तिवारी, विनय सभी डायरेक्टर, सत्यवती, मिथिलेश, रमेशचंद्र यादव, बृजेश शुक्ल एवं अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर साल 2010 को टाइम सिटी इंफ्रास्टक्चर एंड हाउसिंग लिमिटेड, रुपेश महेष्वरी एंड कंपनी, मिवान इंडस्टीज आदि कंपनियां बनाकर प्लाट/भू खंड विक्रय एवं अन्य डिपाजिट स्कीमों में निवेशकों से रुपया जमा कराने का कार्य करते थे, उक्त कंपनियांें का मुख्यालय द्वितीय तल जानकीपुरम लखनऊ में स्थित है। जिसकी शाखा कार्यालय कबाड़ी मार्केट कालेपुर निकट छात्रसंघ चौराहा, थाना कैंट मे था, जिसका संचालन निदेशक गुलाब चंद्र मौर्य के द्वारा किया जा रहा था। कंपनी/सोसायटी का संचालन चेयरमैन चंद्र प्रकाश शुक्ल के द्वारा मुख्य रुप से किया जा रहा था। इन्होंने हमको और अन्य लोगों को स्कीमों के बावत जानकारी दिया, हम सभी को फर्जी और कूटरचित प्रपत्र आरबीआई का लाइसेंस व जमीन का कागजात दिखाकर झांसें में ले लिया। यह कहा कि कंपनी में जो पैसा जमा किया जाएगा वह छह साल में दोगुना वापस मिलेगा। 12 लाख जमा करवा लिया गया। कहा कि दोगुने की रकम की पूर्ण विकसित रिहाईषी भू-खंड रजिस्टी कर दी जाएगी। पैसा कंपनी के खाते में जमा किया गया। जब समय पूरा हो गया और दोगुना लेने उनके कार्यालय गया तो पता चला कि चंद्र प्रकाश शुक्ल और अन्य के द्वारा 1/32 विनम्र खंड गोमतीनगर में प्रतिरुपित ढंग से छिप-छिपाकर निवेशकों की जमा धनराशि एवं उससे क्रय की गई कंपनी के जमीन को विक्रय कर रहे है। पत्नी और बच्चों के नाम से फर्जी एवं कूटरचित बाउचर बनाकर नकद तथा बैंक खातों में करोड़ों रुपयो से अपने सहयोगी लहुरी के नाम से जमीन क्रय करा लिया। कहा गया कि सभी लोगों ने संगठित गिरोह की तरह निवेशकों के द्वारीा जमा की गई धन को बेईमानीपूर्ण आषय से आपराधिक षडयंत्र रचकर एवं छल कपट व कूटरचित दस्तावेज के आधार पर 12 लाख का गबन कर लिया। न्यायालय से संगठित भू-माफियाओं से हमारा और अन्य निवेशकों का पैसा वापस कराने और कानूनी कार्रवाई की जाए। इसी तरह के आरोप अन्य एफआईआरकर्त्ताओं ने भी लगाया। यह वही विधायक हैं, जब विधानसभा चुनाव में इन्होंने एक चुनावी कार्यक्रम के दौरान नाराज जनता से जमीन पर लेट कर माफी मांगी थी, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था। जिले के एक और माननीय हैं, जो पूर्व विधायक की तरह अकूत संपत्ति एकत्रित कर ली है। अब आप समझ ही गए होगें कि माननीय बनते ही यह लोग क्या-क्या नहीं करते। पैसा कमाने/बनाने के लिए यह माननीय से कुशल व्यापारी तक बन जाते है। जनता ऐसे लोगों को सबक सिखाना जानती है। बहुत कम ऐसे पूर्व माननीयों होगें जिनके खिलाफ एक साथ फ्राड के मामले में अनेक थानों में मुकदमा दर्ज हुआ होगा।
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