निकल गई ओमबीर हास्प्टिल के डा. नवीन चौधरी की सारी हेकड़ी
- Posted By: Tejyug News LIVE
- राज्य
- Updated: 3 September, 2025 20:38
- 135
निकल गई ओमबीर हास्प्टिल के डा. नवीन चौधरी की सारी हेकड़ी
-सीएमओ को आखिर इस अस्पताल के लाइसेंस को निरस्त करना ही पड़ा, लेकिन बचाने का काम भी किया
-डा. नवीन चौधरी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के लिए महामाया राजकीय मेडिकल कालेज अंबेडकरनगर के प्रधानाचार्य को लिखने की बात कही
-सवाल उठ रहा है, कि जब डा. नवीन मौर्य थे ही नहीं तो कैसे उनका नाम कैसे आपरेषन में मौजूद रहना बता दिया
-अस्पताल का पंजीकरण निरस्त करने का कारण डा. नवीन की पत्नी डा. अर्चना चौधरी का सीएचसी मरवटिया में संविदा के रुप में चिकित्सा परामर्श के पद पर कार्यरत रहने के बावजूद ओमबीर अस्पताल में पर्सन इंचार्ज के तौर पर पंजीकृत होना
बस्ती। मरहा निवासी पल्टूराम की मौत के मामले में सीएसओ ने ओमबीर हास्पिटल के लाइसेंस को निरस्त कर दिया, निरस्त करने का कारण डा. नवीन की पत्नी डा. अर्चना चौधरी का सीएचसी मरवटिया में संविदा के रुप में चिकित्सा परामर्श के पद पर कार्यरत रहने के बावजूद ओमबीर अस्पताल में पर्सन इंचार्ज के तौर पर पंजीकृत होना बताया गया। सीएमओ ने आपरेषन करने वाले डाक्टर नवीन मौय, डा. नवीन चौधरी एवं एनेथिसिया डा. सुरभि को क्लीन चिट देते हुए कहा गया कि आपरेशन के दौरान चिकित्सकों की टीम की ओर से कोई भी लापरवाही नहीं बरती गई, प्रोटोकाल को पूरा किया गया। सवाल उठ रहा है, कि जब आपरेशन की टीम में डा. नवीन मौर्य शामिल ही नहीं थे, तो कैसे उनका नाम शामिल कर दिया गया। इससे साफ पता चलता है, कि सीएमओ ने दोषी डाक्टरों को बचाने का काम किया। मृतक के पुत्र वीरेंद्र प्रताप का कहना है, कि उनके पिता की मौत डाक्टरों की लापरवाही के चलते ही हुई। वह इसे लेकर न्यायालय जाएगें और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करवा ही रहेगें। कहा कि उसके परिवार के साथ सीएमओ और उनकी जांच टीम ने पूरी तरह से नाइंसाफी किया है। दोषी डाक्टरों को बचाने के लिए मोटी रकम ली गई। कहा कि सारे साक्ष्य अस्पताल के खिलाफ हैं, फिर भी डाक्टरों को क्लीन चिट दे दिया गया, कहा कि इससे डा. नवीन चौधरी की हिम्मत और बढ़ेगी। सीएमओ ने डा. नवीन चौधरी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के लिए महामाया राजकीय मेडिकल कालेज अंबेडकरनगर के प्रधानाचार्य को लिखने की बात कही है। लिखते हैं, कि नहीं? यह बहुत बड़ा सवाल है। क्यों कि जो सीएमओ बचाने का काम किया, उससे अच्छे की उम्मीद नहीं की जा सकती।

Comments