कुदरहा की एएनएम पार्वती अग्रहरि अवैध एर्बासन और डिलीवरी से बनी करोड़पति!

कुदरहा की एएनएम पार्वती अग्रहरि अवैध एर्बासन और डिलीवरी से बनी करोड़पति!

कुदरहा की एएनएम पार्वती अग्रहरि अवैध एर्बासन और डिलीवरी से बनी करोड़पति!

-कुदरहा बाजार में जमीन खरीदकर तीन मंजिला शानदार ईमारत खड़ा किया, दो स्थानों पर खरीदी मंहगी जमीन

-कैसे कोई 14 हजार मानदेय पाने वाली संविदा कर्मी बन सकती करोड़पति, ऐसा भी नहीं कि पति सुरेश कुमार अग्रहरि बहुत बड़े बिजनेसमैन हो, यह रोजगारहीन

-एएनएम पार्वती अग्रहरि कह तैनाती बगही एएनएम सेंटर पर हैं, पर कभी यह सेंटर पर नहीं जाती, क्षेत्र के भ्रष्ट के संरक्षण में इनका अवैध कारोबार खूब फलफूल रहा

-क्षेत्र के उमेश गोस्वामी ने शपथ-पत्र के साथ एएनएम की डीएम से शिकायत करते हुए एसीएमओ डा. एसबी सिंह को छोड़कर अन्य किसी से जांच कराने की मांग की

बस्ती। क्या कोई 14 हजार मानदेय पाने वाली संविदा कर्मी एनएनएम करोड़पति भी हो सकती है? यह सवाल उन लोगों को चूभता है, जो दिन-रात मेहनत करने के बाद भी वह हजार रुपये के मालिक भी नहीं हो पातें, लेकिन कुदरहा में पार्वती अग्रहरि नामक एक ऐसी एएनएम है, जो बिना ड्यूटी पर गए करोड़पति बन गई, जाहिर सी बात है, कोई ईमानदारी से तो करोड़पति बन नहीं जाता, करोड़पति बनने के लिए पार्वती ने अवैध एबार्सन और डिलीवरी जैसे शार्ट कट का रास्ता अपनाया, जिसमें वह पूरी तरह सफल रही।  और यही रास्ता एएनएम पार्वती ने भी अपनाया। करोड़पति बनने के लिए यह दो स्थानों पर अवैध एबार्सन और डिलीवरी करती है। एक शानदार तीन मंजिला ईमारत में जिन्होंने बनवाया और दूसरा सेंटल बैंक के बगल में सड़क किनारे एक किराए का मकान लेकर। यह भी सही है, कि कुदरहा जैसे बाजार में यह अवैध कारोबार बिना राजनेताओं, सीएमओ और पुलिस के संरक्षण में संभव नहीं है। मार खाकर भी भ्रष्टाचार के खिलाफ निरंतर आवाज उठाने वाले क्षेत्र के उमेश गोस्वामी ने शपथ-पत्र के साथ एएनएम की डीएम से शिकायत करते हुए जांच कराने की मांग की है। डीएम से स्पष्ट कहा कि साहब आप चाहें जिससे जांच करवा लीजिए, लेकिन एसीएमओ डा. एसबी सिंह से न करवाईएगा, क्यों कि यह भ्रष्ट लोगों को संरक्षण देते है। इस पर डीएम हंसने लगे और कहा कि मुझे डा. एसबी के बारे में मालूम है।

डीएम से की गई शिकायत में कहा गया है, कि पार्वती अग्रहरि पत्नी सुरेश] अग्रहरि ग्राम बेईली थाना कलचारी की मूल निवासिनी है। इनकी तैनाती इनके गांव के महज 13 किमी. की दूरी पर स्थित बगही एएनएम सेंटर पर है। बताया कि इन्होंने कुदरहा बाजार में गाटा संख्या 84 में 00.64 हे. यानि पांच विस्वा कीमती जमीन अपने नाम से बैनामा करवाया, और उसी जमीन पर तीन मंजिला शानदार भवन बनवा लिया। यह गैर कानूनी तरीके से अपने मकान में एर्बासन और डिलीवरी का कार्य करती है। कहा कि यह कभी भी बगही सेंटर पर काम करने नहीं गई। यह कुदरहा में अपना नेटवर्क कई स्थानों पर फैला रखा है। ताकि यह अपने गैरकानूनी कार्य को निर्वाध रुप से जारी रख सके। कहा कि गाटा संख्या 84 की खतौनी हाथ लग चुकी है, और इनके अन्य अवैध अचल संपत्तियों की खोज जारी है। सवाल के लहजे में कहा कि साहब क्या कोई 14 हजार मानदेय पाने वाली एएनएम लाखों रुपये के पांच विस्वा जमीन खरीदकर उस पर तीन मंजिला भवन खड़ी कर सकती है। आखिर इनके पास इतना पैसा आया कहां से, क्या कोई इनके नाम लाटरी लगी है। कहा कि इन्होंने पैसे के लालच में न जाने कितनी बच्चियों की एर्बासन करवाकर हत्या कर चुकी है। इन्हें नियम कानून को कोई डर नहीं क्यों कि इनके संरक्षक भ्रष्ट नेता, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और पुलिस है। कहा कि साहब इनकर सारी अवैध संपत्ति सीज होनी चाहिए और इनके खिलाफ हत्या करने का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। धीरे-धीरे बात यह बात साबित होती जा रही है, कि कुदरहा क्षेत्र में जितने भी गैरकानूनी काम हो रहे हैं, उनमें कहीं न कहीं राजनेताओं और पुलिस का संरक्षण प्राप्त रहता है। अगर ऐसा नहीं होता तो डा.फैज वारिष और सुनीता चौधरी और सुमन चौधरी जैसी स्टाफ नर्स मरीजों का खून न चूसती। क्षेत्र में इतना सबकुछ गलत काम हो जाता है, और नेता विरोध करने के बजाए चुप रहते है, क्या इसी चुप्पी के भरोसे चुनाव लड़गें।

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