कौन सील करेगा डिप्टी सीएमओ एके चौधरी का अवैध पैथालाजी?
- Posted By: Tejyug News LIVE
- राज्य
- Updated: 4 September, 2025 20:31
- 137
कौन सील करेगा डिप्टी सीएमओ एके चौधरी का अवैध पैथालाजी?
-जो डिप्टी सीएमओ दूसरे का अवैध पैथालाजी सील करता है, वह खुद अवैध पैथालाजी का संचालन कर रहा, इन्हें सपा के सांसद और विधायक का अति निकट बताया गया, कहा कि 18 सालों से हस्तानान्तरण नीति की यह धज्जियां उड़ा रहें
-भाकियू भानु गुट के उमेश गोस्वामी ने इसकी शिकायत डीएम से साक्ष्य के साथ करते हुए डिप्टी सीएमओ डा. एके चौधरी का प्रेक्टिस बंद करने और रिष्तेदार का पैथालाजी सील करने के साथ मजिस्टेट से जांच कराने की मांग की
-डीएम से यह भी कहा कि इसकर जांच भ्रष्ट सीएमओ ने न कराया जाए, कहा कि इन्हें जिस भी जांच टीम में रखा जाता है, उसमें यह सौदेबाजी करने लगते, इनके संरक्षण में दर्जनों अल्टासाउड और पैथालाजी संचालित हो रहें
बस्ती। भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों पर निरंतर चोट पहुंचाने वाले भाकियू भानु गुट के जिला उपाध्यक्ष उमेश गोस्वामी ने इस बार डिप्टी सीएमओ डा. अशोक कुमार चौधरी के भ्रष्टाचार पर हमला बोलते हुए डीएम से कहा कि साहब डिप्टी सीएमओ खुद प्राइवेट प्रेक्टिस और अवैध पैथालाजी का संचालन कर रहे हैं। इन्होंने रुधौली-बखिरा मार्ग पर रुद्रम क्लासेज के सामने मेन रोड से लिंक रोड पर 14 मीटर हटकर हास्पिटल/आवास बनाकर पिछले 17-18 सालों से प्रेक्टिस कर रहे हैं, इनका गांव जनपद सिद्धार्थनगर के तीलौली के निकट है। इनके भाई तीलौली में नर्सिगं होम चलाते है। यहां पर एर्बासन जैसा गैरकानूनी कार्य अधिक होता है। कहा कि यह सपा के सांसद एवं रुधौली के सपा विधायक के अति करीबी है। यह भ्रष्टाचार से कमाए गए पैसे से कुर्मियों का नेता बनकर चुनाव लड़ना चाहते है। सीएमओ डा. राजीव निगम के बारे में बताया कि यह तो डिप्टी सीएमओ से भी अधिक भ्रष्ट है। कहा कि इन्होंने अपने जांच रिपोर्ट में लिखा कि आवेदक यानि उमेश गोस्वामी को साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए कार्यालय बुलाया गया, लेकिन यह न तो उपस्थित हुए और न साक्ष्य ही प्रस्तुत किया। जबकि शिकायतकर्त्ता का कहना है, कि न तो उन्हें बुलाया गया और न ही साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहा गया, दोषियों को बचाने के लिए असत्य और निराधार रिपोर्ट लगा दिया गया। कहा कि भ्रष्ट सीएमओ ने जो रिपोर्ट 27 अगस्त 25 को लगाया था, वही रिपोर्ट तीन सितंबर 25 को भी लगा दिया। सवाल उठ रहा है, जब सीएमओ और डिप्टी सीएमओ दोनों भ्रष्ट हैं, तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो तो कैसे हों, जब दोनों कार्रवाई के नाम पर धन उगाही करते हैं, तो फिर अवैध अल्टासाउंड और पैथालाजी का संचालन बंद कैसे होगा और कौन करेगा? यही सवाल उमेश गोस्वामी ने भी डीएम से किया था।

Comments