डिप्टी सीएमओ डा. एके चौधरी और इनके भाई का चल रहा नर्सिगं होम

डिप्टी सीएमओ डा. एके चौधरी और इनके भाई का चल रहा नर्सिगं होम

डिप्टी सीएमओ डा. एके चौधरी और इनके भाई का चल रहा नर्सिगं होम

-डिप्टी सीएमओ डा. एके चौधरी का रुधौली बखिरा मार्ग पर और भाई का तीलौली में संचालित हो रहा बिना पंजीयन का हास्पिटल

-भाकियू भानु गुट के जिला उपाध्यक्ष उमेश गोस्वामी ने डीएम को पत्र लिखकर डा. एके चौधरी को सारी जिम्मेदारियों से मुक्त करते हुए प्राइवेट प्रेक्टिस पर रोक लगाते हुए इनका तबादला मंडल के बाहर करने की मांग की

बस्ती। भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ निरंतर हथौड़ा मारने भाकियू भानु गुट के जिला उपाध्यक्ष उमेश गोस्वामी ने इस बार डिप्टी सीएमओ डा. एके चौधरी के अनियमित नर्सिगं होम और इनके कार्यो पर हमला बोला है। अधिकारियों को लिखे पत्र में कहा है, डिप्टी सीएमओ डा. एके चौधरी का रुधौली बखिरा मार्ग पर 500 मीटर की दूरी पर रुद्रम क्लासेज के सामने मेन रोड से लिंक रोड से 15 मीटर हटकर हास्पिटल और आवास दोनों बनाकर पिछले 20 सालों से प्रेक्टिस कर रहे हैं, इनका गांव जनपद सिद्धार्थनगर के तीलौली चौराहें के निकट है। इनका भाई तीलौली में अनियमित रुप से नर्सिगं होम का संचालन करते है। इस नर्सिगं होम गैरकानूनी तरीके से एर्बासन होता है। दिखाने के लिए यह पैसे और राजनैतिक पहुंच के बल पर कुछ दिनों के लिए जनपद सिद्धार्थनगर चले जाते हैं, और फिर कुछ दिन बाद पैसे के बन पर वापस बस्ती आ जाते हैं, इस तरह यी लगभग 20 सालों से बस्ती और सिद्धार्थनगर के बीच नौकरी कर रहे है। लिखा कि इन्होंने अकूत संपत्ति अर्जित कर रखा है। इन्हें सपाई कहा जाता है, और हर चुनाव में यह सपा प्रत्याषी को पैसे और वोट से मदद करते रहते है।  

कहा गया कि यह किसी भी जांच को अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके प्रभावित करते रहते है। अधोमानक और नकली दवाण्ं बेचकर रुधौली में भवन बना लिया है। अगर किसी को जांच अपने पक्ष में करना होता है, तो वह डा. एके चौधरी से मिलता है। मिलने के बाद क्लीन चिट मिल जाता है। लिखा गया कि इनकी देखरेख में दर्जनों अल्टासाउंड, एक्सरे सेंटर और पैथालाजी सेंटर अनियमित रुप से चल रहे हैं, जिसके जरिए यह हर माह अच्छी खासी कमाई करते है। इनपर यह भी आरोप लगाया गया कि इनकी देखरेख में 70 फीसद कमीशन वाली कई फर्जी दवओं की कंपनियों के दवाओं को बेचवाने में मदद करते है। जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है, और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा। इस लिए इनका तबादला मंडल के बाहर करने और इन्हें सारी जिम्मेदारियों से मुक्त करने की आवष्यकता है, ताकि फर्जी दवाओं के नेक्सस को तोड़ा जा सके। इससे पहले भाकियू भानु गुट के दुबौलिया ब्लाक अध्यक्ष आशुतोष सिंह ने भी डिप्टी सीएम एवं हेल्थ मंत्री को पत्र लिखकर इनके अनियमित कार्यो की जांच कराने की मांग की। इनपर प्रति अल्टासाउंड से 10 हजार और झोला छाप डाक्टर से पांच हजार वसूलने का आरोप लगाते कार्रवाई करने की मांग कर चुके है।

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