भाजपा अध्यक्ष का फर्जीवाड़ा
- Posted By: Tejyug News LIVE
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- Updated: 31 December, 2024 16:43
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भाजपा अध्यक्ष का फर्जीवाड़ा, नकली ओबीसी दुर्गेश अग्रहरि को बनाया मंडल अध्यक्ष
-गायघाट के नेताजी के आगे पीछे घूमने वाले को बना दिया कुदरहा मंडल अध्यक्ष, ताकि यह जैसा चाहें वैसा करवा सके
-15-20 साल के कार्यकर्त्ता की बलि चढ़ा कर तीन-चार साल के दुर्गेश अग्रहरी को पिछड़ा वर्ग दिखाकर बना दिया मंडल अध्यक्ष
-वहीं पर असली ओबीसी वीरेंद्र राजभर को 10-11 साल से भाजपा के लिए दरी बिछा रहे थे, उन्हें किसी लायक नहीं समझा और दूध में मक्खी की तरह निकाल बाहर कर दिया
-इस फर्जीवाड़ा में गायघाट नगर पंचायत का कमान संभालने वाले नेता शामिल है, इन्हीं के कहने और ईशारे पर नकली ओबीसी को असली ओबीसी बनाकर मंडल अध्यक्ष बना दिया
इसे लेकर क्षेत्र में रोष व्याप्त हैं, और इसके लिए जिलाध्यक्ष और प्रदेष को जिम्मेदार माना जा रहा
बस्ती। देर सांय को जारी मंडल अध्यक्षों की सूची, जैसे ही सोशल मीडिया पर आई, वैसे ही कानाफॅुसी प्रारंभ हो गई। पहली बार भाजपा के लोगों और आमजनता को लगा कि भाजपा वाले फर्जीवाड़ा भी करते है। भ्रष्टाचार में लिप्त होना तो भाजपा के लिए आम बात हो गई हैं, लेकिन भाजपा के लोग पद के लिए फर्जीवाड़ा करेगें, अपने खाटी कार्यकर्त्ताओं का हक मारेगें, चहेते नेता के कहने पर ऐसे व्यक्ति को ओबीसी बना देगें, जो ओबीसी की श्रेणी में ही नहीं आता। सवाल उठ रहा है, क्या भाजपा के जिम्मेदार इतने गैरजिम्मेदार हो जाएगें, कि पद का लाभ देने के लिए नकली ओबीसी को असली ओबीसी बना देंगें? इसे खाटी कार्यकर्त्ताओं अपने साथ धोखा मान रहे हैं, कहते हैं, कि अगर भाजपा ओबीसी वीरेंद्र राजभर को ही मंडल अध्यक्ष बना देती तो क्ष़्ोत्र में पार्टी मजबूत होती, पार्टी का जनाधार बढ़ता, इससे तो पार्टी का जनाधार भी गिरेगा और किरकीरी भी होगी। सवाल यह भी उठ रहा है, कि आखिर क्यों कुदरहा के नकली पिछड़ी जाति के दुर्गेश अग्रहरि को मंडल अध्यक्ष बनाया गया, और क्यों नहीं असली पिछड़ी जाति के उम्मीदवार वीरेंद्र राजभर की अनदेखी की गई? क्या इस लिए अनदेखी की गई कि यह नेताजी के आगे पीछे घूमने वाले नहीं थे, या फिर यह यसमैन नहीं बनते।
अगर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. महेंद्रनाथ पांडेय की ओर से बस्ती के मंडल अध्यक्षों की ऐसी सूची जारी की जाती है, जिसमें नकली ओबीसी को असली ओबीसी बनाकर मंडल अध्यक्ष बनाया गया, तो सवाल तो जिलाध्यक्ष और चुनाव अधिकारी पर भी उठेगा? फर्जीवाड़ा करने का आरोप तो प्रदेश अध्यक्ष से लेकर जिलाध्यक्ष और चुनाव अधिकारी पर भी लग रहा है। क्षेत्र के लोग यह जानना चाहते हैं, कि क्यों कुदरहा से बार-बार खाटी कार्यकर्त्ताओं की उपेक्षा की जाती है, पहले विधानसभा में और उसके बाद नगर पंचायत के चुनाव में उपेक्षा की गई। कभी इन खाटी कार्यकर्त्ताओं की बलि नेताजी के चालक तो कभी नेताजी के आसपास घूमने वाले के लिए चढ़ा दी जाती है। देखा जाए तो भाजपा मंडल अध्यक्ष चुनाव में कुदरहा में नियमों को दरकिनार करके मंडल अध्यक्ष बना दिया गया, जबकि मंडल अध्यक्ष चुनाव के लिए दो बार सक्रिय सदस्य होना और मंडल कार्यकारिणी का पदाधिकारी होना अनिवार्य था, लेकिन कुदरहा में एक ऐसे व्यक्ति को मंडल अध्यक्ष बना दिया गया जो कि न कभी मंडल कार्यकारिणी में रहा और न ही दो बार सक्रिय सदस्य रहे, अग्रहरी सामान्य वर्ग में आते हैं जबकि इनको पिछडा वर्ग दिखाया गया है, जिससे कार्यकर्ताओं में काफी रोस है। भाजपा मंडल अध्यक्ष कुदरहा में अध्यक्ष पद के लिए सात ने आवेदन किया था, जिसमे, रवि कुमार पाण्डेय, बलवंत सिंह, पंकज शुक्ल, विरेन्द्र राजभर, दुर्गेश अग्रहरी, मनीश तिवारी एवं जनार्दन। इनमें दुर्गेश अग्रहरि को छोड़कर सभी पुराने सदस्य को लगातार तीन बार सक्रिय सदस्य रहे और लगभग 15-20 वर्षों से भाजपा में सक्रिय रूप से अपना योगदान दे रहे हैं, ऐसे लोगों को दरकिनार करके एक ऐसे व्यक्ति को मंडल अध्यक्ष बना दिया गया जो कि व्यक्ति विशेष के आदमी के रूप में जाना जाता है। जिसको लेकर कार्यकर्ताओं में काफी नाराजगी हैं, और कहा जा रहा है, कि अगर नियम को दरकिनार करके ही मंडल अध्यक्ष बनाना था तो फिर चुनाव किस लिए कराया गया, पुराने कार्यकर्ता को केवल इसलिए दरकिनार किया गया कि वे किसी व्यक्ति विशेष का बनकर काम नहीं करेंगे और ईमानदारी से संगठन के लिए काम करेंगे, और इस मंडल में जो कार्यकर्ताओं की अनदेखी हो रही है और जो कार्यकर्ता शोषण शिकार हो रहें, यह सब उजागर न हो इसलिए ऐसे व्यक्ति को मंडल अध्यक्ष बनाया गया जो कि रिमोट कंट्रोल की तरह से काम करें। रवि कुमार जो कि 2012 से लगातार दरी बिछा कर भाजपा की सेवा कर रहे हैं, तीन बार सक्रिय सदस्य भी रहे। पंकज शुक्ल 2014 से लगातार तीन बार सक्रिय सदस्य हैं, मनीष तिवारी 2005 से भाजपा के सम्पर्क में हैं और तीन बार सक्रिय सदस्य हैं, बलवंत सिंह और जनार्दन तिवारी भी तीन बार सक्रिय सदस्य हैं और विरेन्द्र राजभर जो कि पिछड़ी जाति से है और 2017 से भाजपा के संपर्क में हैं और दो बार सक्रिय सदस्य हैं उसके बाद भी एक सामान्य वर्ग के व्यक्ति को जो कि चंद दिनों से भाजपा में है और एक बार के सक्रिय सदस्य हैं, उनको पिछड़ा वर्ग दिखाकर नियमों को दरकिनार करके कुदरहा मंडल अध्यक्ष बना दिया गया।बाक्स मेंभा
जपा के आका लोगभाजपा अध्यक्ष का फर्जीवाड़ा, नकली ओबीसी दुर्गेश अग्रहरि को बनाया मंडल अध्यक्ष -गायघाट के नेताजी के आगे पीछे घूमने वाले को बना दिया कुदरहा मंडल अध्यक्ष, ताकि यह जैसा चाहें वैसा करवा सके -15-20 साल के कार्यकर्त्ता की बलि चढ़ा कर तीन-चार साल के दुर्गेश अग्रहरी को पिछड़ा वर्ग दिखाकर बना दिया मंडल अध्यक्ष -वहीं पर असली ओबीसी वीरेंद्र राजभर को 10-11 साल से भाजपा के लिए दरी बिछा रहे थे, उन्हें किसी लायक नहीं समझा और दूध में मक्खी की तरह निकाल बाहर कर दिया -इस फर्जीवाड़ा में गायघाट नगर पंचायत का कमान संभालने वाले नेता शामिल है, इन्हीं के कहने और ईशारे पर नकली ओबीसी को असली ओबीसी बनाकर मंडल अध्यक्ष बना दिया -इसे लेकर क्षेत्र में रोष व्याप्त हैं, और इसके लिए जिलाध्यक्ष और प्रदेष को जिम्मेदार माना जा रहा बस्ती। देर सांय को जारी मंडल अध्यक्षों की सूची, जैसे ही सोशल मीडिया पर आई, वैसे ही कानाफॅुसी प्रारंभ हो गई। पहली बार भाजपा के लोगों और आमजनता को लगा कि भाजपा वाले फर्जीवाड़ा भी करते है। भ्रष्टाचार में लिप्त होना तो भाजपा के लिए आम बात हो गई हैं, लेकिन भाजपा के लोग पद के लिए फर्जीवाड़ा करेगें, अपने खाटी कार्यकर्त्ताओं का हक मारेगें, चहेते नेता के कहने पर ऐसे व्यक्ति को ओबीसी बना देगें, जो ओबीसी की श्रेणी में ही नहीं आता। सवाल उठ रहा है, क्या भाजपा के जिम्मेदार इतने गैरजिम्मेदार हो जाएगें, कि पद का लाभ देने के लिए नकली ओबीसी को असली ओबीसी बना देंगें? इसे खाटी कार्यकर्त्ताओं अपने साथ धोखा मान रहे हैं, कहते हैं, कि अगर भाजपा ओबीसी वीरेंद्र राजभर को ही मंडल अध्यक्ष बना देती तो क्ष़्ोत्र में पार्टी मजबूत होती, पार्टी का जनाधार बढ़ता, इससे तो पार्टी का जनाधार भी गिरेगा और किरकीरी भी होगी। सवाल यह भी उठ रहा है, कि आखिर क्यों कुदरहा के नकली पिछड़ी जाति के दुर्गेश अग्रहरि को मंडल अध्यक्ष बनाया गया, और क्यों नहीं असली पिछड़ी जाति के उम्मीदवार वीरेंद्र राजभर की अनदेखी की गई? क्या इस लिए अनदेखी की गई कि यह नेताजी के आगे पीछे घूमने वाले नहीं थे, या फिर यह यसमैन नहीं बनते। अगर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. महेंद्रनाथ पांडेय की ओर से बस्ती के मंडल अध्यक्षों की ऐसी सूची जारी की जाती है, जिसमें नकली ओबीसी को असली ओबीसी बनाकर मंडल अध्यक्ष बनाया गया, तो सवाल तो जिलाध्यक्ष और चुनाव अधिकारी पर भी उठेगा? फर्जीवाड़ा करने का आरोप तो प्रदेश अध्यक्ष से लेकर जिलाध्यक्ष और चुनाव अधिकारी पर भी लग रहा है। क्षेत्र के लोग यह जानना चाहते हैं, कि क्यों कुदरहा से बार-बार खाटी कार्यकर्त्ताओं की उपेक्षा की जाती है, पहले विधानसभा में और उसके बाद नगर पंचायत के चुनाव में उपेक्षा की गई। कभी इन खाटी कार्यकर्त्ताओं की बलि नेताजी के चालक तो कभी नेताजी के आसपास घूमने वाले के लिए चढ़ा दी जाती है। देखा जाए तो भाजपा मंडल अध्यक्ष चुनाव में कुदरहा में नियमों को दरकिनार करके मंडल अध्यक्ष बना दिया गया, जबकि मंडल अध्यक्ष चुनाव के लिए दो बार सक्रिय सदस्य होना और मंडल कार्यकारिणी का पदाधिकारी होना अनिवार्य था, लेकिन कुदरहा में एक ऐसे व्यक्ति को मंडल अध्यक्ष बना दिया गया जो कि न कभी मंडल कार्यकारिणी में रहा और न ही दो बार सक्रिय सदस्य रहे, अग्रहरी सामान्य वर्ग में आते हैं जबकि इनको पिछडा वर्ग दिखाया गया है, जिससे कार्यकर्ताओं में काफी रोस है। भाजपा मंडल अध्यक्ष कुदरहा में अध्यक्ष पद के लिए सात ने आवेदन किया था, जिसमे, रवि कुमार पाण्डेय, बलवंत सिंह, पंकज शुक्ल, विरेन्द्र राजभर, दुर्गेश अग्रहरी, मनीश तिवारी एवं जनार्दन। इनमें दुर्गेश अग्रहरि को छोड़कर सभी पुराने सदस्य को लगातार तीन बार सक्रिय सदस्य रहे और लगभग 15-20 वर्षों से भाजपा में सक्रिय रूप से अपना योगदान दे रहे हैं, ऐसे लोगों को दरकिनार करके एक ऐसे व्यक्ति को मंडल अध्यक्ष बना दिया गया जो कि व्यक्ति विशेष के आदमी के रूप में जाना जाता है। जिसको लेकर कार्यकर्ताओं में काफी नाराजगी हैं, और कहा जा रहा है, कि अगर नियम को दरकिनार करके ही मंडल अध्यक्ष बनाना था तो फिर चुनाव किस लिए कराया गया, पुराने कार्यकर्ता को केवल इसलिए दरकिनार किया गया कि वे किसी व्यक्ति विशेष का बनकर काम नहीं करेंगे और ईमानदारी से संगठन के लिए काम करेंगे, और इस मंडल में जो कार्यकर्ताओं की अनदेखी हो रही है और जो कार्यकर्ता शोषण शिकार हो रहें, यह सब उजागर न हो इसलिए ऐसे व्यक्ति को मंडल अध्यक्ष बनाया गया जो कि रिमोट कंट्रोल की तरह से काम करें। रवि कुमार जो कि 2012 से लगातार दरी बिछा कर भाजपा की सेवा कर रहे हैं, तीन बार सक्रिय सदस्य भी रहे। पंकज शुक्ल 2014 से लगातार तीन बार सक्रिय सदस्य हैं, मनीष तिवारी 2005 से भाजपा के सम्पर्क में हैं और तीन बार सक्रिय सदस्य हैं, बलवंत सिंह और जनार्दन तिवारी भी तीन बार सक्रिय सदस्य हैं और विरेन्द्र राजभर जो कि पिछड़ी जाति से है और 2017 से भाजपा के संपर्क में हैं और दो बार सक्रिय सदस्य हैं उसके बाद भी एक सामान्य वर्ग के व्यक्ति को जो कि चंद दिनों से भाजपा में है और एक बार के सक्रिय सदस्य हैं, उनको पिछड़ा वर्ग दिखाकर नियमों को दरकिनार करके कुदरहा मंडल अध्यक्ष बना दिया गया। बाक्स में भाजपा के आका लोग तो नकली ओबीसी को कुदरहा का मंडल अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर लोग सोशल मीडिया परसभा के विशेष्वरगंज से ठाकुर ओकार सिंह मंडल अध्यक्ष और ब्राहृमण संतोष पांडेय जिला प्रतिनिधि। कप्तानगंज विधानसभा के गौर से वैष्य राजेश कमलापुरी अध्यक्ष एवं ठाकुर निलेश सिंह प्रतिनिधि, कप्तानगंज से ब्राहृमण गौरवमणि त्रिपाठी अध्यक्ष एवं सोनकर पिंटू सोनकर प्रतिनिधि, दुबौलिया के ठाकुर गंगेश सिंह अध्यक्ष एवं राजभर राजेंद्र राजभर प्रतिनिधि एवं हरदी के ब्राहृमण लवकुश शुक्ल अध्यक्ष एवं ब्राहृमण शेलेष कुमार पांडेय प्रतिनिधि। रुधौली विधानसभा के रुधौली से सुनार सुजीत सोनी एवं ब्राहृमण विजय नारायण तिवारी प्रतिनिधि। बस्ती विधानसभा के साउंघाट से लोनिया कामेंद्र चौहान एवं ब्राहृमण सूर्यप्रकाश शुक्ल प्रतिनिधि। महादेवा विधानसभा के बहादुरपुर से ठाकुर विजयभान सिंह अध्यक्ष एवं मल्लाह प्रदीप निषाद एवं कुदरहा के दुर्गेश अग्रहरि नकली पिछड़ी जाति मंडल अध्यक्ष एवं राजभर वीरेंद्र प्रताप राजभर को जिला प्रतिनिधि घोषित किया गया। तो नकली ओबीसी को कुदरहा का मंडल अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर लोग सोशल मीडिया परसभा के विशेष्वरगंज से ठाकुर ओकार सिंह मंडल अध्यक्ष और ब्राहृमण संतोष पांडेय जिला प्रतिनिधि। कप्तानगंज विधानसभा के गौर से वैष्य राजेश कमलापुरी अध्यक्ष एवं ठाकुर निलेश सिंह प्रतिनिधि, कप्तानगंज से ब्राहृमण गौरवमणि त्रिपाठी अध्यक्ष एवं सोनकर पिंटू सोनकर प्रतिनिधि, दुबौलिया के ठाकुर गंगेश सिंह अध्यक्ष एवं राजभर राजेंद्र राजभर प्रतिनिधि एवं हरदी के ब्राहृमण लवकुश शुक्ल अध्यक्ष एवं ब्राहृमण शेलेष कुमार पांडेय प्रतिनिधि। रुधौली विधानसभा के रुधौली से सुनार सुजीत सोनी एवं ब्राहृमण विजय नारायण तिवारी प्रतिनिधि। बस्ती विधानसभा के साउंघाट से लोनिया कामेंद्र चौहान एवं ब्राहृमण सूर्यप्रकाश शुक्ल प्रतिनिधि। महादेवा विधानसभा के बहादुरपुर से ठाकुर विजयभान सिंह अध्यक्ष एवं मल्लाह प्रदीप निषाद एवं कुदरहा के दुर्गेश अग्रहरि नकली पिछड़ी जाति मंडल अध्यक्ष एवं राजभर वीरेंद्र प्रताप राजभर को जिला प्रतिनिधि घोषित किया गया।
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