हिमाचल में बारिश ने मचाई तबाही 63 मौतें 407 करोड़ का नुकसान!

हिमाचल में बारिश ने मचाई तबाही 63 मौतें 407 करोड़ का नुकसान!

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हिमाचल में बारिश ने मचाई तबाही 63 मौतें 407 करोड़ का नुकसान!

HP में भारी बारिश और भूस्खलन से अब तक 63 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 40 लोग लापता हैं. 12 दिनों में 407 करोड़ का नुकसान हुआ, सैकड़ों सड़कें, ट्रांसफार्मर और पेयजल योजनाएं ठप हैं

इस बार मानसून हिमाचल प्रदेश में भारी तबाही लेकर आया है. बीते 12 दिनों में अब तक राज्य में 63 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 109 लोग घायल हो गए हैं, वहीं 40 लोग अभी भी लापता हैं. भूस्खलन और भारी बारिश के कारण राज्य को अब तक लगभग 407 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है.

भूस्खलन से 261 सड़कें बंद हैं, 599 ट्रांसफार्मर ठप हो चुके हैं और 794 पेयजल योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. 247 पशु-पक्षियों की मौत हो चुकी है, 14 घर पूरी तरह तबाह हो गए हैं और 57 अन्य को नुकसान पहुंचा है, वहीं 179 गौशालाएं पानी के बहाव में बह गईं.

इन जिलों के लिए फ्लैश फ्लड की चेतावनी जारी

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन, सिरमौर और हमीरपुर जिलों में फ्लैश फ्लड की चेतावनी जारी की है. विभाग ने आज और कल के लिए येलो अलर्ट और 5 से 9 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. 

बीती रात सिरमौर, हमीरपुर और शिमला सहित कई जिलों में तेज बारिश हुई. सिरमौर के पच्छाद में सर्वाधिक 133 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि हमीरपुर, शिमला और ऊना में भी भारी बारिश दर्ज हुई.

कई रास्ते बंद, IMD ने गैरजरूरी यात्रा से बचने की दी सलाह 

कुल्लू में स्नो गैलरी के पास उफनते नाले के कारण मनाली-केलंग मार्ग बंद हो गया है, जिसे सीमा सड़क संगठन वैकल्पिक मार्ग रोहतांग दर्रे से बहाल कर रहा है. मंडी जिले के सिराज क्षेत्र में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. अब तक यहां 11 मौतें और 34 लोग लापता हैं. राहत कार्य में NDRF, SDRF और प्रशासन की टीमें जुटी हैं। मौसम विभाग ने लोगों को नदी-नालों से दूर रहने और गैरजरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी है.

मंडी में बीजेपी नेता और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि "यह क्षेत्र 25 साल पीछे चला गया है. लोगों ने मेहनत से जो कुछ बनाया था, वह सब तबाह हो गया है." संचार और सड़कें पूरी तरह ठप हैं. 

वहीं मंडी-पठानकोट रोड पर शनि मंदिर के पास पहाड़ी दरकने से चार घंटे तक जाम लगा रहा, जिससे सैकड़ों वाहन फंसे रहे. रात भर यात्री बिना भोजन-पानी के फंसे रहे, बच्चों और बुजुर्गों को सबसे अधिक परेशानी हुई. NHAI की मशीनें समय पर न पहुंचने से लोगों में नाराज़गी है. प्रशासन ने मार्ग जल्द बहाल करने का आश्वासन दिया है.

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