‘एक देश-एक चुनाव’ संविधान की मूल भावना को स्थापित करताःपवन कसौधन

‘एक देश-एक चुनाव’ संविधान की मूल भावना को स्थापित करताःपवन कसौधन

‘एक देश-एक चुनाव’ संविधान की मूल भावना को स्थापित करताःपवन कसौधन

-एक देश एक चुनाव की व्यवस्था लागू होने पर देश आर्थिक रूप से समृद्ध होगाःनेहा वर्मा

-एक देश एक चुनाव की मूलभूत आवश्यकता हम सभी कोःअकुंर वर्मा

-नगर पालिका सभागार में एक देश एक चुनाव’ पर प्रबुद्ध समागम में चर्चा


बस्ती। नगरपालिका परिषद के सभागार में कार्यक्रम संयोजक अंकुर वर्मा के संयोजन में ‘एक देश एक चुनाव’ पर प्रबुद्ध समागम का आयोजन किया गया। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष एवं वन नेशन वन इलेक्शन गोष्ठी के जिला समन्वयक पवन कसौधन ने मुख्य वक्ता के रूप में  कहा कि ‘एक देश-एक चुनाव’ संविधान की मूल भावना को पुनः स्थापित करने वाला कदम है। आजादी के बाद 1952 से लेकर साल 1967 तक लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ ही होते आए। कांग्रेस परिवार में जब अस्थिरता के बादल छाने लगे तो पार्टी ने उस अस्थिरता को देश पर भी थोप दिया। संविधान को दरकिनार करते हुए साल 1972 में होने वाला चुनाव 1971 में करवा दिया। कहा कि ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ को लेकर बड़े पैमाने पर जन जागरण की जरूरत है। राजनीतिक स्थिरिता के लिए यह जरूरी है। बार-बार होने वाले चुनाव से देश पर 3.5 से 4.5 लाख करोड़ रुपये का बोझ पड़ता है जो आखिरकार जनता का ही पैसा है।  लोकतांत्रिक व्यवस्था में आर्थिक बोझ को कम करने के लिए एक देश एक चुनाव आवश्यक है। भाजपा के वरिष्ठ नेता कार्यक्रम संयोजक अंकुर वर्मा ने कहा कि जो संकल्प प्रधानमंत्री मोदी जी ने लिया है उसको एक जन आंदोलन का रूप देते हुए समाज के सभी लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करना हम सभी की जिम्मेदारी है। एक देश एक चुनाव की मूलभूत आवश्यकता हम सभी को है। कार्यकम की अध्यक्षता करते हुये नगर पालिका परिषद अध्यक्ष नेहा वर्मा ने कहा कि एक देश एक चुनाव की व्यवस्था लागू होने पर देश आर्थिक रूप से समृद्ध होगा।  दुनिया के  सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत के लिए यह कानून मील का पत्थर साबित होगा।  इसे शीघ्र लागू करने पर जोर देते हुये नेहा वर्मा ने  कहा कि इससे जहां देश मे बार बार आचार संहिता के नाम पर विकास कार्य प्रभावित नहीं होंगे वहीं निर्वाचित जन प्रतिनिधि भी स्वतंत्र होकर अपना कार्यकाल पूरा कर सकेंगे।

विशिष्ट अतिथि एवं सह संयोजक अरविन्द श्रीवास्तव ‘ गोला’ ने  एक देश एक चुनाव कानून की प्रशंसा करते हुए कहा कि  एक देश एक  चुनाव से कई समस्याओं का समाधान होगा और राजनीतिक स्थिरता से विकास में तेजी आयेगी। कार्यक्रम में मुख्य रूप से गजेन्द्र सिंह गहमरी, संध्या दीक्षित, सभासद परमेश्वर शुक्ल ‘पप्पू’, लारा चौधरी, पंकज चौधरी, शोभी सोनकर, मो. आमिर, रवि पासवान, महेन्द्र सोनकर, पूर्व सभासद सचिन शुक्ल के साथ ही दुर्गेश त्रिपाठी, दीपक गौड़, विक्रम चौहान, सन्तोष भारद्वाज, सूरज गुप्ता, अभिलाष  श्रीवास्तव, विवेक श्रीवास्तव, गणेश श्रीवास्तव, पार्थ श्रीवास्तव, रोहन श्रीवास्तव,  पवन अग्रहरि, आदर्श पाठक, विनय कुमार, विकास वर्मा, अश्विनी श्रीवास्तव, पुष्पेश पाण्डेय, अरूण पाण्डेय, सुरेन्द्र श्रीवास्तव, बब्लू श्रीवास्तव, रमेश श्रीवास्तव के साथ ही प्रबुद्धजन उपस्थित रहे। 

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