रोजी रोटी के जुगाड़ में गुजरात गया अनुज प्रताप सिंह कैसे बन गया 'डकैत', जानिए पूरी कहानी
- Posted By: Tejyug News LIVE
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- Updated: 25 September, 2024 11:06
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रोजी रोटी के जुगाड़ में गुजरात गया अनुज प्रताप सिंह कैसे बन गया 'डकैत', जानिए पूरी कहानी
अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर पर पिता धर्मराज सिंह का बयान सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। उन्होंने कहा चलो ठाकुर का एनकाउंटर होने से उनकी (अखिलेश यादव) की इच्छा तो पूरी हो गई। जिनके ऊपर 35 से 40 केस हैं उनका एनकाउंटर नहीं हो रहा है जिनके ऊपर दो से चार केस है। उनका एनकाउंटर किया जा रहा है।
अनुज के एनकाउंटर के बाद पिता धर्मराज ने अखिलेश पर निकाली भड़ास
उन्नाव में मारा गया सुलतानपुर सराफा लूटकांड का आरोपित, गांव में सन्नाटा
संवाद सूत्र, तिलोई (अमेठी)। सुलतानपुर में सराफा दुकान में लूट कांड के आरोपी मोहनगंज के जनापुर निवासी अनुज प्रताप सिंह (Anuj Pratap Singh) को रविवार रात को उन्नाव में पुलिस व एसटीएफ (STF) टीम ने मार गिराया।
अनुज के एनकाउंटर पर पिता धर्मराज सिंह का बयान सोमवार को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। आरोपित के पिता कह रहे है कि चलो ठाकुर का एनकाउंटर होने से उनकी (अखिलेश यादव) की इच्छा तो पूरी हो गई। जिनके ऊपर 35 से 40 केस हैं, उनका एनकाउंटर नहीं हो रहा है, जिनके ऊपर दो से चार केस है। उनका एनकाउंटर किया जा रहा है। धर्मराज ने आगे कहा कि सरकार की मर्जी है, चाहे जो करे।
कोरोना के दौरान हुई थी मां की मौत
अनुज प्रताप सिंह ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा था। कोरोना के दौरान मां नीलम सिंह की मौत हो गई, जो शिक्षा मित्र के पद पर तैनात थी। रोजी रोटी के जुगाड़ में नौकरी करने अनुज गुजरात के सूरत चला गया, जहां उसे शातिर अपराधी और पड़ोसी विपिन सिंह का साथ मिला।
विपिन के साथ उसने अपराध की दुनिया में पैर रखते हुए लूट की। इसमें अनुज को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल दिया था। काफी दिन जेल में रहने के बाद जमानत मिली तो वह गांव आया। ग्रामीणों की माने तो वह घर में शांत पूर्वक रह रहा था। पिता धर्मराज सिंह उर्फ बब्लू के कोटे में हाथ बंटाता था।
संभ्रांत परिवार से था अनुज
अनुज प्रताप सिंह के सिर इसी वर्ष सेहरा बंधना था, लेकिन विधि का विधान कुछ और ही था। रविवार को पुलिस व एसटीएफ की मुठभेड़ में अनुज मारा गया। अनुज सिंह के बाबा बसंत सिंह संभ्रांत लोगों में थे। उन्हें सरकारी राशन वितरण की दुकान आवंटित थी। उनकी मृत्यु के बाद वरासत में पुत्र धर्मराज को कोटा मिल गया है। पारिवारिक पृष्ठभूमि में भी कोई आपराधिक प्रवृत्ति का नहीं था। पिता धर्मराज की माने तो बेटे का विवाह हलियापुर से तय किया था। अनुज सिंह का 15 वर्षीय छोटा भाई आयुष सिंह है।
दो मुकदमों का आपराधिक इतिहास
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अनुज सिंह पर दो केस हैं। पहला गुजरात के सूरत के सचिन थाना में व दूसरा सुलतानपुर में सराफा लूट ही दर्ज है।
गांव में शव का इंतजार
गांव में पूरी तरह सन्नाटा है। परिवारजन व रिश्तेदार का कहना है कि मीडिया और राजनीति के चलते अनुज प्रताप सिंह का पुलिस ने एनकाउंटर किया है। दर्जनों अपराध करने वाले घूम रहे हैं, दो मुकदमे वाले को पुलिस ने गोली मार दी। पिता धर्मराज सिंह के बारे में पता चला कि वह बेटे के शव को लाने गए हैं।
अखिलेश यादव की इच्छा पूरी हो गई...', एनकाउंटर में मारे गए अनुज प्रताप सिंह के पिता ने क्यों कही ये बात?
सुलतानपुर में 28 अगस्त को ज्वेलर्स के यहां हुई थी डकैती
पुलिस ने कई बदमाशों को भेजा जेल
मंगेश यादव के बाद अब अनुज प्रताप सिंह एनकाउंटर में ढेर
उत्तर प्रदेश में सोमवार को एक और एनकाउंटर हुआ। सुलतानपुर डकैती कांड में शामिल बदमाश अनुज प्रताप सिंह ढेर हो गया। अनुज पर एक लाख रुपये का इनाम था। लखनऊ एसटीएफ व उन्नाव पुलिस की संयुक्त टीम ने उन्नाव के अचलगंज के कोलुहागाड़ा के पास उसे मार गिराया। अनुज के एनकाउंटर पर उसके पिता धर्मराज सिंह का बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। धर्मराज ने कहा, ''चलो ठाकुर का एनकाउंटर होने से उनकी (अखिलेश यादव) इच्छा तो पूरी हो गई।''
दरअसल, अनुज के पिता से सवाल किया गया, ''विपक्ष ने कहा था केवल जाति विशेष का एनकाउंटर सरकार करवा रही।'' इस पर धर्मराज सिंह ने कहा, ''आज देख लीजिए ठाकुरों का भी एनकाउंटर हो गया है। जिनके ऊपर 35 से 40 केस हैं, उनका एनकाउंटर नहीं हो रहा है, जिनके ऊपर दो से चार केस है उनका एनकाउंटर हो रहा है।'' धर्मराज ने आगे कहा, ''सरकार की मर्जी है चाहे जो करे।''
28 अगस्त को सुलतानपुर में हुई थी डकैती
सुलतानपुर में सदर क्षेत्र के ठठेरी बाजार में सर्राफ भरत जी सोनी के यहां 28 अगस्त को दिनदहाड़े पांच नकाबपोश बदमाशों ने असलहे के बल पर भारी मात्रा में सोने-चांदी के आभूषण व तीन लाख रुपये लूट लिए थे। डकैती कांड की बाद से ही पुलिस की कार्यशैली को लेकर सवाल उठ रहे थे। पुलिस ने मामले में वर्कआउट करते हुए मास्टरमाइंड सहित कई अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
मंगेश यादव के बाद अनुज प्रताप सिंह एनकाउंटर में ढेर
डकैती कांड में शामिल एक लाख के इनामी मंगेश यादव को पुलिस ने एनकाउंटर में पहले ढेर कर दिया था। अब एसटीएफ और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में एक और बदमाश अनुज प्रताप सिंह को मार गिराया। अनुज सिंह पर भी एक लाख रुपये का इनाम था।
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