‘पीडब्लूडी’ में न ‘ठेकेदार’ सेफ और न ‘अधिकारी’!
- Posted By: Tejyug News LIVE
- क्राइम
- Updated: 19 September, 2025 21:02
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‘पीडब्लूडी’ में न ‘ठेकेदार’ सेफ और न ‘अधिकारी’!
-गोरखपुर में ठेकेदार लल्लन दूबे को जेई और एई लोगों ने मिलकर कार्यालय में इस लिए मारा पिटा और जेल भेजवा दिया क्यों कि ठेकेदार ने कमीशन देने से इंकार कर दिया था, और वह विभाग के भ्रष्टाचार को उजागर करता था
-लखनऊ में प्रमुख अभियंता (परिकल्प एवं नियोजन) विजय कुमार कनौजिया को सिद्धार्थनगर के सहायक अभियंता चंदन कुमार पाठक ने इस लिए गोली मारने की धमकी थी, क्यों कि मुख्य अभियंता बार-बार अनैतिक धन की मांग कर रहे थे, अब उल्टे एई साहब पर गाज गिरने वाली
-प्रदेश के सभी जिलों के पीडब्लूडी में अराजकता और भ्रष्टाचार का बोलबाला, कमीशन के आगे योगीजी के अधिकारी किसी को कुछ भी समझने को तैयार नहीं, इनका बस चले तो यह ठेकेदारों के पिछवाड़े से भी कमीशन का पैसा निकाल लें
बस्ती। पीडब्लूडी में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच चुका है, और इसके लिए ठेकेदार पूरी तरह योगीजी को जिम्मेदार मान रहे है। कहते हैं, कि योगीजी के राज मेें न अधिकारी और न ठेकेदार कोई सुरक्षित नहीं है। पीडब्लूडी में भ्रष्टाचार चरम पर इस लिए कहा जा रहा है, क्यों कि एक तरफ लखनऊ में एक सहायक अभियंता ने अपने ही प्रदेश स्तर के प्रमुख अभियंता को उनके ही चंेबर में इस लिए गोली मारने की धमकी दी क्यों कि वह प्रमुख अभियंता के अनैतिक मांगों से तंग आ चुका था, दूसरी तरफ गोरखपुर में एई और जेई के समूह ने कार्यालय में ठेकेदार को मारापीटा और जेल भेजवा दिया। दोनों ही मामलों में उन प्रमुख अभियंता और जेई के खिलाफ कार्रवाई न करके सहायक अभियंता और ठेकेदार के खिलाफ कर दिया। हालत यह है, कि अपराध न करने के बावजूद ठेकेदार जेल में हैं, और सहायक अभियंता के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की जांच टीम ने सिफारिश कर डाली। ठेकेदारों को इस लिए खुश होना चाहिए, कि कार्रवाई सिर्फ ठेकेदारों के खिलाफ ही नहीं हुई, बल्कि सहायक अभियंता के खिलाफ भी होने जा रही है। कहना गलत नहीं होगा कि प्रदेश के सभी जिलों के पीडब्लूडी में अराजकता, भय एवं भ्रष्टाचार का माहौल और बोलबाला है। कमीशन के आगे योगीजी के अधिकारी कुछ भी करने को तैयार रहते है। इनका बस चले तो यह ठेकेदारों के पिछवाड़े से भी कमीशन का पैसा निकाल लें। सवाल उठ रहा है, कि ऐसे में ठेकेदार करे तो क्या करें? कमीशन न दे तो मार खाए और जेल जाए, और अगर नहीं देता तो जांच झेले। इसी लिए बार-बार कहा जा रहा है, कि प्रदेश भर के ठेकेदारों को हर्रैया के ठेकेदारों से कुछ सीखना चाहिए, कहने का मतलब अगर ठेकेदार बच्चों की फीस भरना चाहता या फिर चैन की नींद सोना है, तो हर्रैया जैसी व्यवस्था बनानी चाहिए। वरना बहुत कुछ नुकसान उठाने को तैयार रहें।
लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता (परिकल्प एवं नियोजन) विजय कुमार कनौजिया के साथ गाली-गलौज और गोली मारने की धमकी देने वाले सहायक अभियंता चंदन कुमार पाठक पर अब विभाग की गाज गिरने वाली है। आरोप है, कि सिद्धार्थनगर में तैनात चंदन पाठक ने बीते दिनों प्रमुख अभियंता के दफ्तर में घुसकर गाली-गलौज किया और उन्हें गोली मारने की धमकी दी थी, फिल्मी स्टाइल में दबंगई दिखाते हुए बाहर निकल गए। इस सनसनीखेज घटना के बाद विभागाध्यक्ष ने तत्काल दो सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया। चीफ इंजीनियर यू.के. सिंह और अधीक्षण अभियंता प्रवीर वांगड़ी की अगुवाई में कमेटी ने सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान खंगालकर पूरी रिपोर्ट विभागाध्यक्ष को सौंप दी। रिपोर्ट में साफ कहा गया कि चंदन पाठक का आचरण न केवल विभागीय अनुशासन के खिलाफ है, बल्कि आपराधिक श्रेणी में आता है। कमेटी ने एई के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की सिफारिश की है। गौरतलब है कि चंदन पाठक का विवादों से पुराना नाता रहा है। वह इससे पहले भी असम में महिला से दुराचार के मामले में जेल की हवा खा चुकें है। विभाग में भी इन पर कई गंभीर आरोप लगे हुएं है।
लल्लन दूबे को न्याय नहीं मिला होगा कार्य बहिष्कार
उ.प्र. ठेकेदार कल्याण समिति के अध्यक्ष सरद कुमार सिंह ने प्रमुख अभियंता विकास एवं विभागाध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा हैं, कि अगर लल्लन दूबे को न्याय नहीं मिला तो ठेकेदार कार्य बहिष्कार करेगें। कहा कि गोरखपुर में ठेकेदार के साथ मारपीट एफआईआर एवं जेल भेजने की एक पक्षीय कार्रवाई की गई। अवर अभियंताओं ने ठेकेदार को मारने से पहले कार्यालय के सीसीटीवी को बंद कर दिया था, और उसके बाद चालू कर दिया। यह सब एक साजिश के तहत किया गया। कहा कि ठेकेदार को मारापीटा गया जेल भेजवा दिया गया, लेकिन एक्सईएन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई, अलबत्ता झूठा एफआईआर इर्ज करवा दिया गया। ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से पहले सीसीटीवी के फूटेज की भी जांच नहीं की गई। ठेकेदार संघ ने निष्पक्ष कार्रवाई करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है।

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