जिस पर महालक्ष्मी के 59 टुकड़े करने का आरोप, उसने लगा ली फांसी! पेड़ पर लटकी मिली लाश, फैली सनसनी

जिस पर महालक्ष्मी के 59 टुकड़े करने का आरोप, उसने लगा ली फांसी! पेड़ पर लटकी मिली लाश, फैली सनसनी

जिस पर महालक्ष्मी के 59 टुकड़े करने का आरोप, उसने लगा ली फांसी! पेड़ पर लटकी मिली लाश, फैली सनसनी

Mahalaxmi Murder Case: महालक्ष्मी (उम्र 29) बेंगलुरु के व्यालिकावल में किराए के मकान में रहती थी. वह शादीशुदा थी और अपने पति हेमंत दासा से 9 महीने से अलग रह रही थी.

Bengaluru Murder Case: बेंगलुरु में 29 साल की महिला महालक्ष्मी की हत्या के मामले में मुख्य संदिग्ध ने बुधवार (25 सितंबर) को ओडिशा में फांसी लगा ली. महालक्ष्मी मर्डर केस के मुख्य संदिग्ध मुक्तिराजन प्रताप रे को सुबह के समय ओडिशा के भद्रक जिले के भुईनपुर गांव के पास मृत पाया गया. 

बीते हफ्ते शनिवार के दिन पुलिस को बेंगलुरु के विनायक नगर स्थित उनके घर में फ्रिज के अंदर महालक्ष्मी का शव मिला था. पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए स्पेशल टीमें बनाई थीं और उन्होंने मुक्तिराजन प्रताप रे को मुख्य संदिग्ध माना था. बेंगलुरु के डीसीपी (सेंट्रल) शेखर एच. टेक्कन्नावर ने कहा कि प्रताप रे ने आत्महत्या कर ली है. 

मुक्तिराजन ने क्यों की आत्महत्या?

ओडिशा के धुसुरी में पुलिस के मुताबिक, रे ने कथित तौर पर एक पेड़ से लटक कर आत्महत्या की है. पुलिस थाना प्रभारी अधिकारी शांतुनु कुमार जेना ने बताया कि उन्हें आत्महत्या की सूचना मिली थी और उन्होंने मृतक की पहचान रे के रूप में की. पुलिस की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि मुक्तिराजन ने पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए आत्महत्या करने का फैसला किया. 

जानिए पूरी कहानी

दरअसल, 21 सितंबर को महालक्ष्मी के शव के टुकड़े उनके घर में रखे फ्रिज में पाए जाते हैं. इसके बाद इस संबंध में व्यालिकावल थाने में मामला दर्ज किया गया. हत्यारों को पकड़ने के लिए पुलिस उपायुक्त शेखर के नेतृत्व में 8 स्पेशल टीमों का गठन किया जाता है. जांच में पुष्टि हुई है कि ओडिशा का मुक्तिराजन प्रताप रे जो मॉल की दुकान पर महालक्ष्मी के साथ काम करता था, वो मुख्य संदिग्ध है. 

पुलिस को शक तब हुआ जब पता चला कि जब से महालक्ष्मी काम पर नहीं आ रही तभी से मुक्तिराजन प्रताप रे भी काम पर नहीं आ रहा. इसके बाद पुलिस ने मुक्तिराजन के बारे में पड़ताल शुरू की तो पता चला कि मुक्ति राजन का सेल फोन सबसे पहले पश्चिम बंगाल राज्य में बंद हुआ था. इसके बाद एक टीम बंगाल पहुंची. बाद में पता चला कि वह ओडिशा चला गया. इसके बाद, एक टीम ने ओडिशा में डेरा डाल लिया और उसे पकड़ने के लिए गहन अभियान चलाया. 

ओडिशा में पुलिस को मिली अहम जानकारी 

वहीं, पुलिस ने ओडिशा में रहने वाले उसके परिवार का पता लगाया और मुक्ति राजन के परिवार और दोस्तों से पूछताछ की तो पुलिस टीम को अहम जानकारी मिली. सूचना मिली कि वह अपने होमटाउन के पास जंगल में छिपा हुआ है. पुलिस ने तुरन्त वहां जाकर कल यानि मंगलवार (24 सितंबर) की शाम मुक्तिराजन की तलाश की लेकिन मुक्तिराजन वहां एक पेड़ से लटका हुआ मृत पाया गया. यह देखकर पुलिस भी हैरान रह गई. पुलिस को एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ.

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