‘अमरौली सुमाली’ में निकला ‘भ्रष्टाचार का जिन्न’
- Posted By: Tejyug News LIVE
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- Updated: 19 September, 2025 21:29
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‘अमरौली सुमाली’ में निकला ‘भ्रष्टाचार का जिन्न’
बस्ती। सल्टौआ विकास खण्ड की दूसरी सबसे बड़ी ग्राम पंचायत अमरौली शुमाली एक बार फिर चर्चाओं में है। गांव के निवासी विश्वपति वर्मा (सौरभ) ने डीएम को भेजे शिकायती पत्र में ग्राम पंचायत में हुए करोड़ों रुपये के खर्च पर सवाल उठाए हैं और तत्काल ऑडिट कराने की मांग की है। हैंडपंप पर 21 लाख से अधिक खर्च पत्र के अनुसार, ग्राम पंचायत में वित्तीय वर्ष 2021-22 से 2025-26 तक हैंडपंप मरम्मत और रिबोर के नाम पर कुल 21, 06, 252 खर्च किए गए हैं। आरोप है कि इतनी बड़ी धनराशि खर्च होने के बावजूद हैंडपंपों की वास्तविक स्थिति पर सवाल उठते हैं। साथ ही यह भी जांचा जाए कि जल निगम से रिबोर और मरम्मत हेतु ली गई थी या नहीं। 50-60 हजार का वाटर कूलर 2.44 लाख में। ग्राम पंचायत के प्राथमिक विद्यालय शीवा और कंपोजिट विद्यालय रामनगर में लगाए गए वाटर कूलरों पर भी गंभीर सवाल उठे हैं। एक यूनिट की कीमत 2,44,510 बताई गई है जबकि बाजार भाव महज 50-60 हजार है। कुल दो यूनिटों पर लगभग 4,89,020 खर्च दर्शाया गया है। कूप और सोख्ता निर्माण पर भी संदेह वर्ष 2025-26 में कूप मरम्मत के लिए 3,54,010 खर्च किया गया है। सवाल है कि किन स्थानों पर यह मरम्मत हुई और वास्तव में कितना काम हुआ। इसी तरह 2022-23 से 2025-26 तक सोख्ता निर्माण के नाम पर 10,24,230 खर्च दिखाया गया है। आरोप है कि कार्य की गुणवत्ता और वास्तविकता दोनों ही संदेहास्पद हैं। ईंट खरीद में गड़बड़ी की आशंका वित्तीय वर्ष 2024-25 में बरहपुर खड़ंजे से राजबहादुर के घर तक और मधुबन पिच रोड से काली माता स्थान तक इंटरलॉकिंग सड़क निर्माण हेतु ईंट खरीदी गई। प्रार्थना पत्र में सवाल उठाया गया है कि ईंट कितने रुपये प्रति यूनिट खरीदी गई और सड़कों की गुणवत्ता क्या है। ऑडिट की मांग, नोटरी शपथ पत्र संलग्न प्रार्थना पत्र में सभी मदों पर खर्च की गई राशि का ऑडिट कराए जाने और वास्तविक स्थिति सामने लाने की मांग की गई है। इसके साथ ही श्रीवर्मा ने अपने आरोपों के समर्थन में नोटरी शपथ पत्र भी संलग्न किया है। गांव के लोगों में भी इस खर्चे को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। अब देखना होगा कि डीएम से इस मामले में क्या कदम उठाते हैं?

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